शीतकालीन सत्र: ED-EC पर उठेंगे सवाल या होगा बवाल? समझें सरकार और विपक्ष की तैयारी
नई दिल्ली
संसद के शीतकालीन सत्र का आगाज बुधवार से होने जा रहा है। विपक्ष से लेकर सत्तारूढ़ तक अपनी-अपनी बात और बिल यानी विधेयकों के साथ तैयार हैं। मंगलवार को ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में वरिष्ठ मंत्रियों ने अलग-अलग पार्टियों के नेताओं के साथ बैठक की। हालांकि, मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल नहीं रहे। यह सत्र 29 दिसंबर तक चलेगा।
विपक्ष की तैयारियां
संसद में विपक्ष सरकार को घेरने के लिए कई मुद्दे कर तैयार हैं। इस दौरान उनकी तरफ से 16 नए बिल विचार और पास होने के लिए लाए जाएंगे। विपक्ष जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग जैसे मुद्दे पर सरकार से सवाल करेगा। विपक्ष के नेताओं ने सरकार से कहा है कि विपक्षी दलों को बात रखने का मौका मिलना चाहिए। खबर है कि सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जैसे दलों ने सीबीआई और ईडी जैसी एजेंसियों के कथित दुरुपयोग पर चर्चा की मांग की। साथ ही विपक्ष के सदस्यों ने सरकार के करीब 25 बिल पास कराए जाने की कोशिशों पर भी सवाल उठाए।
कांग्रेस की अगुवाई कर रहे लोकसभा नेता अधीर रंजन चौधरी और राज्यसभा में चीफ व्हिप नासिर हुसैन ने कई मुद्दों पर चर्चा की मांग की, लेकिन पार्टी तीन बातों पर ध्यान लगाने की तैयारी कर रही है। इनमें सीमा पर चीन, बढ़ती कीमतें और बेरोजगारी और स्वतंत्र संस्थाओं पर हमले शामिल हैं। कांग्रेस चाहती है कि सरकार सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिशों पर इनकार करने, मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति पर विवाद जैसे मुद्दों पर बात करे।
सरकार की तैयारी
बुधवार से शुरू हो रहे सत्र में 23 दिनों के दौरान 17 बैठकें होंगी। यह सत्र 29 दिसंबर को पूरा हो सकता है। इस दौरान सरकार के विधायी एजेंडा में 25 बिल शामिल होंगे। इनमें 16 नए, 7 लंबित और 2 फाइनेंस बिल हैं। सर्वदलीय बैठक में जोशी ने सरकार के विधायी एजेंडा के बारे में जानकारी दी और विधेयकों को पास कराने में विपक्ष के सहयोग की मांग की। जोशी ने कहा कि उन्होंने राजनीतिक दलों की तरफ से उठाए गए सभी मुद्दों को नोट कर लिया है और संसद के मानदंडों और प्रक्रियाओं के हिसाब से चर्चा की जाएगी।
हंगामेदार रह सकता है सत्र
खास बात है कि सत्र ऐसे समय पर शुरू हो रहा है, जब गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा और एमसीडी चुनाव के नतीजे घोषित होने हैं। ऐसे में संभावनाएं जताई जा रही हैं कि सदन का पहला सप्ताह हंगामेदार हो सकता है। विधानसभा चुनाव के नतीजे गुरुवार को सामने आएंगे। वहीं, एमसीडी के लिए मतगणना बुधवार को ही होगी।