हिमाचल में CM पद के लिए घमासान, फैसला लेगा कांग्रेस आलाकमान
नई दिल्ली
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस चुनाव तो जीत ली, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर घमासान मचा हुआ है। अब तक कई दावेदार सामने आ चुके हैं। बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने के बाद अब कांग्रेस के लिए यहां एक मुख्यमंत्री चुनना सबसे बड़ी चुनौती है। शुक्रवार को हुई विधायक दल की बैठक के बाद कांग्रेस आलाकमान पर भले ही फैसला छोड़ दिया है, लेकिन विरोध की आशंकाएं अभी भी बनी हुई हैं। ऐसा इसलिए कि शुक्रवार की शाम शिमला में उम्मीदवारों के समर्थकों ने शक्ति प्रदर्शन कर आलाकमान को संदेश दे दिया है। हिमाचल में कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहा कि बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे मुख्यमंत्री पद पर फैसला लेंगे।
अब तक के 10 बड़े अपडेट्स
1. पहाड़ी राज्य का मुख्यमंत्री बनने की चाह रखने वालों में प्रतिभा सिंह, मुकेश अग्निहोत्री और सुखविंदर सिंह सुक्खू का नाम शामिल है। तीनों नेता अपने-अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक में शामिल होने के लिए पार्टी कार्यालय पहुंचे। समर्थकों ने उनके पक्ष में जमकर नारेबाजी की।
2. कांग्रेस विधायक दल की बैठक दोपहर 3 बजे शुरू होने वाली थी, लेकिन इसमें देरी हुई। कहा गया कि कई विधायक दूर-दराज के इलाकों से शिमला नहीं पहुंच पाए थे। इसके बाद उम्मीद की जा रही थी कि विधायक दल के नेता को चुनने के लिए कांग्रेस प्रमुख को अधिकृत करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया जाएगा। ऐसा ही हुआ।
3. हिमाचल प्रदेश कांग्रेस विधायक दल की बैठक में फैसला हुआ कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री पार्टी आलाकमान द्वारा तय किया जाएगा। विधायक सुंदर ठाकुर ने यह जानकारी दी। उनके मुताबिक, शिमला में विधायक दल की बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पारित किया गया कि अगला मुख्यमंत्री कांग्रेस आलाकमान तय करेगा।
4. पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह के समर्थकों ने उनके समर्थन में शक्ति प्रदर्शन किया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कार को शिमला के एक पांच सितारा होटल के बाहर रोक दिया।
5. भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कांग्रेस ने पहाड़ी राज्यों में अपने केंद्रीय पर्यवेक्षकों के रूप में नियुक्त किया है। उन्हें सीएम पद के लिए एक सर्वसम्मत उम्मीदवार खोजने का काम सौंपा गया है।
6. इससे पहले दिन में राज्य के कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला के साथ दो केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात की। उन्होंने यह दिखाते हुए दस्तावेज प्रस्तुत किए कि पार्टी के पास राज्य में सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्या है।
7. प्रतिभा सिंह के बेटे ने पुष्टि की कि उनकी मां राज्य में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं। उनके बेटे और शिमला ग्रामीण से कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, "मैं शीर्ष पद की दौड़ में नहीं हूं, लेकिन मेरी मां मुख्यमंत्री पद की दावेदारों में से एक हैं। नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक बुलाई गई है और अंतिम फैसला आलाकमान लेगा जो सभी को स्वीकार्य होगा।'' उन्होंने कहा, "विधायकों की सामूहिक इच्छा को ध्यान में रखा जाएगा और फिर पर्यवेक्षक इसे आलाकमान तक पहुंचाएंगे।" कांग्रेस पर्यवेक्षकों और शुक्ला ने एक होटल में प्रतिभा सिंह से मुलाकात की।
8. पार्टी के पूर्व राज्य प्रमुख सुक्खू और निवर्तमान विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री भी मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे आगे माने जा रहे हैं। मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता सुक्खू ने कहा, "मैं मुख्यमंत्री का उम्मीदवार नहीं हूं। मैं सिर्फ एक कांग्रेस कार्यकर्ता हूं और आलाकमान जो भी निर्णय लेगा उसे स्वीकार किया जाएगा।"
9. कांग्रेस खुश है कि उसे राज्य में सरकार बनाने का अवसर मिल रहा है। राजीव शुक्ला ने कहा कि पार्टी राज्य के लोगों को दी गई 10 गारंटियों को पूरा करने और बेहतर शासन प्रदान करने के लिए सब कुछ करेगी।
10. कांग्रेस ने 68 विधानसभा सीटों में से 40 जीतकर पहाड़ी राज्य में भाजपा से सत्ता छीन ली। मतदान 12 नवंबर को हुआ था और नतीजे गुरुवार को घोषित किए गए।