राष्ट्रीय पार्टी बनने पर AAP को दिल्ली में मिलेगा मुफ्त में बंगला
नई दिल्ली
गुजरात चुनाव में आम आदमी पार्टी को भले ही करारी हार झेलनी पड़ी है, लेकिन अरविंद केजरीवाल इस बात से खुश नजर आ रहे हैं कि उनकी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बनने जा रही है। इसके लिए उन्होंने गुजरात की जनता को धन्यवाद दिया है। चुनाव आयोग के मुताबिक, किसी भी दल को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त करने के लिए तीन शर्तें हैं। इन शर्तों को पूरा करने के बाद उसे कई तरह की सुविधाएं दी जाती हैं, जिसमें दिल्ली में केंद्रीय कार्यालय खोलने के लिए मुफ्त की सरकारी जमीन या फिर कोई सरकारी बंग्ला शामिल है।
चुनाव आयोग की शर्तों के मुताबिक राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त करने के लिए किसी भी दल को कम से कम 4 राज्यों में 6 प्रतिशत वोट प्राप्त हों। दूसरी शर्त यह होती है कि अगर वह पार्टी लोकसभा की दो प्रतिशत याी 11 सीटें जीत जाती है तो भी उसे यह दर्जा मिल सकता है। तीसरी शर्त यह कि उस पार्टी को कम से कम चार राज्यों में राज्य पार्टी का दर्जा प्राप्त हो। यह दर्जा उसे तब मिलता है जब वह विधानसभा में कम से कम दो सीटें जीत जाती है।
आम आदमी पार्टी की दिल्ली और पंजाब में सरकार है। इसके अलावा आप के गोवा और अब गुजरात में भी विधायक हैं। आम आदमी पार्टी ने तीन में से दो शर्तों को पूरा कर लिया है। उसके पास इन चार राज्यों में छह प्रतिशत से अधिक वोट भी हैं। हालांकि, गुजरात में स्टेट पार्टी का दर्जा मिलना अभी बाकी है। इस बात की संभावना है कि गुजरात में जैसे ही राज्य पार्टी का दर्जा मिलता है कि उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा भी मिल जाए।
राष्ट्रीय पार्टी बनने के क्या हैं फायदे?
1. जब कोई पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बनती है तो उसे भारत के चुनाव आयोग की तरफ से दिल्ली में केंद्रीय दफ्तर बनाने के लिए चुनाव आयोग मुफ्त में या तो कोई भवन देता है या फिर जमीन मिलती है। आम आदमी पार्टी के पास भी बीजेपी कांग्रेस की तरह दिल्ली में केंद्रीय कार्यालय होगा। फिलहाल आप ने अपनी ही सरकार से दिल्ली में ऑफिस के लिए किराये पर जमीन ले रखा है।
2.आम आदमी पार्टी का चुनाव चिह्न झाड़ू सदा के लिए उसके लिए आरक्षित हो जाएगा।
3. पार्टी चुनाव प्रचार के लिए अपने 40 स्टार कैंपेनपर को उतार सकती है, जिनका खर्चा कैंडिडेट्स के खर्चे से बाहर होगा।
4. दूरदर्शन पर प्रचार के लिए आम आदमी पार्टी को एक निर्धारित समय मिलेगा।
आपको बता दें कि अभी देश में कुल आठ राष्ट्रीय पार्टियां हैं। इनमें बीजेपी, कांग्रेस, बीएसपी, टीएमसी, एनसीपी, सीपीआई, सीपीएम और एनपीपी शामिल है।