राष्ट्रपति बोल्सोनारो ने समर्थकों से की बात, बोले- हम जरूर जीतेंगे
ब्रासीलिया
ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो ने अक्टूबर में हुए चुनावों में वामपंथी नेता लूला डिसिल्वा की जीत को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। वहीं, उनकी चुप्पी ने समर्थकों को सेना के ठिकानों के बाहर प्रदर्शन जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो ने आम चुनाव में अपनी हार पर पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए देश में सत्ता परिवर्तन को रोकने के लिए सैन्य तख्तापलट का आह्वान करने वाले समर्थकों से बात की। बोल्सोनारो ने कहा कि चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद वह करीब 40 दिनों तक चुप रहे और इससे उनकी आत्मा आहत हुई है।
बोल्सोनारो ने राष्ट्रपति निवास के गेट पर अपने समर्थकों से बात करते हुए कहा कि मैं कहां जाऊं, यह कौन तय करेगा। सशस्त्र बलों को क्या कदम उठाना चाहिए, यह कौन तय करेगा। हालांकि, बोल्सोनारो ने समर्थकों की सैन्य हस्तक्षेप की मांग का समर्थन नहीं किया और उम्मीद जताई कि सशस्त्र बल ब्राजील के संविधान का सम्मान करेंगे।
हम जीतने जा रहे हैं
बोल्सोनारो ने अपने समर्थकों से कहा कि ब्राजील में समाजवाद को रोकने के लिए सशस्त्र बल ब्राजील की दीवार थे। उन्होंने कहा कि हमने कुछ भी नहीं खोया है और हम एक दिन और मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बल एकजुट हैं। वे हमारे लोगों के प्रति वफादारी और संविधान के प्रति सम्मान रखते हैं, और वे हमारी स्वतंत्रता के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि हम जीतने जा रहे हैं।
लूला डिसिल्वा की जीत को स्वीकार करने से इनकार
बोल्सोनारो ने अक्टूबर में हुए चुनावों में वामपंथी नेता लूला डिसिल्वा की जीत को स्वीकार करने से इनकार कर दिया और उनकी चुप्पी ने समर्थकों को सेना के ठिकानों के बाहर प्रदर्शन जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। बोल्सोनारो पर लूला की जीत का मुद्दा चुनाव प्राधिकरण के पास चला गया है। सोमवार को ब्राजील का राष्ट्रीय चुनाव प्राधिकरण इस पर फैसला सुना सकता है।