लंबी दूरी की बसों में इन इलाकों के यात्रियों को नो-एंट्री, ड्राइवर करते हैं तय किसे बैठाएं
गोरखपुर
गोरखपुर से दिल्ली और लखनऊ जाने वाली रोडवेज की बसों में बस्ती और संतकबीर नगर के यात्रियों की एंट्री नहीं है। जी हां रेलवे बस स्टेशन पर यात्रा के लिए तैयार बसों में चालक और परिचालक तय करते हैं किसे बैठाना है। शाम को ऑफिस बंद होने के बाद जब लोग बस्ती, संतकबीरनगर जाने के लिए रोडवेज पहुंचते हैं और लम्बी दूरियों की बसों में बैठना चाहते हैं तो कंडक्टर उन्हें बैठाने से साफ मना कर देते हैं। कारण पूछने पर कहते हैं कि बाइपास से बस जाती है ऐसे में लोकल यात्री नहीं बैठाएंगे।
यात्रियों की लगातार मिल रही शिकायतों पर शुक्रवार को ‘हिन्दुस्तान’ ने रोडवेज पर जाकर पड़ताल की तो सच्चाई सामने आ गई। रेलवे बस स्टेशन से एसी शताब्दी बस यूपी 41 एटी 3744 लखनऊ जाने के लिए तैयार थी। इस बस के कंडक्टर से संतकबीरनगर तक जाने के लिए परिचालक से पूछा गया तो उसने मना करते हुए कहा कि यह लंबी दूरी की बस है और बीच में स्टॉपेज नहीं है। इस वक्त वहां आठ से 10 यात्री थे जो बस्ती, संतकबीरनगर जाना चाह रहे थे लेकिन कंडक्टर ने उन्हें सवार नहीं होने दिया।
इस बस के रवाना होने के 10 मिनट बाद पीछे से यूपी 78 एफटी 9248 नंबर की बस दिल्ली के लिए रोड पर खड़ी हो गई। कंडक्टर दिल्ली के यात्रियों को अंदर बैठने की पुकार लगा रहा था लेकिन जैसे ही यात्री विपुल सिंह ने बस्ती जाने के लिए कहा तो कंडक्टर ने साफ मना कर दिया। उसने कहा कि बस बाईपास जाती है, ऐसे में लोकल यात्रियों को नहीं बैठाते हैं। कुछ देर बाद दिल्ली के लिए यूपी 53 सीटी 5867 दिल्ली के लिए जाने वाली बस के चालक और परिचालक ने भी संतकबीर जाने के लिए बैठाने से मना कर दिया।
सीट खाली, तो भी नहीं बैठाते
हैरान करने वाली बात तो यह कि दिल्ली-लखनऊ जाने वाली बसों में सीट खाली रहने के बाद भी वह स्थानीय यात्रियों को नहीं बैठाते हैं। यह दिक्कत शाम पांच से आठ बजे तक सबसे ज्यादा है।
देर रात बदल देते हैं नियम
कंडक्टर रात नौ बजे के बाद जब दिल्ली या लखनऊ के लिए इक्का-दुक्का ही यात्री मिलते हैं तो नियम बदल देते हैं और बस्ती, खलीलाबाद यहां तक सहजनवा के भी यात्रियों को बैठा लेते हैं। रोडवेज, सहायक क्षेत्रीय परिवहन प्रबंधक के महेश चंद ने कहा कि कोई भी चालक-परिचालक रूट में पड़ने वाली किसी भी स्टेशन ले जाने के लिए इनकार नहीं कर सकते। अगर ऐसा हो रहा है तो यह काफी गंभीर है। जांच कराकर सम्बंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।