मनमर्जी से काम कर रहे तीन सीएमओ को आयुक्त नगरीय प्रशासन ने किया निलंबित
भोपाल
नगरीय निकायों में कार्यरत सीएमओ मनमर्जी से काम कर रहे है। ऐसे तीन सीएमओ को आयुक्त नगरीय प्रशासन ने निलंबित कर दिया है। इनमें एक ने नियम विरुद्ध 23 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की नियुक्ति कर दी थी। दूसरे ने पीएम आवास में अनियमितता की तो उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। एक अन्य सीएमओ को शासन के निर्देशों के अनुकूल काम नहीं करने और शासकीय कार्य में रुचि नहीं लेने के कारण निलंबित किया गया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक बड़वानी जिले की नगर परिषद अंजड़ में मुख्य नगरपालिका अधिकारी के पद पर पदस्थ मायाराम सोलंकी ने एक अक्टूबर से 5 जुलाई 2022 के बीच 23 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियम विरुद्ध नियुक्ति दे दी थी।
इसको लेकर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर सात दिन में जवाब मांगा था। प्रकरण में संयुक्त संचालक इंदौर ने अपने प्रतिवेदन में बताया कि सोलंकी ने सक्षम अनुमोदन के बिना तथा नियम प्रक्रिया से परे हटकर नियुक्तियां की गई है। इसलिए उन्हें निलंबित कर दिया गया है। दूसरे मामले में सीएमओ कटंगी जिला बालाघाट भरत गजबे ने सिवनी जिले के नगर परिषद बरघाट में रहते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना में अनियमितताएं की थी। जिसको लेकर थाना बरघाट में अपराध पंजीबद्ध किया गया था। उनकी गिरफ्तारी हुई और प्रकरण में चालान पेश कर दिया गया। गिरफ्तारी और चालानी कार्यवाही के चलते उन्हें तत्काल निलंबित कर दिया गया है। तीसरे मामले में छिंदवाड़ा जिले की नगर परिषद बिछुआ के प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी चंद्रकिशेर भवरे संचालनालय से संचालित महत्वपूर्ण योजनाओं का कार्य सही ढंग से नहीं कर रहे थे जिससे योजनाओं की प्रगति प्रभावित हो रही थी। शासन के नियम निर्देशों के अनुकूल काम नहीं करने और शासकीय कार्य में रुचि नहीं लेने के कारण उन्हें निलंबित किया गया है।