नीतीश कुमार -बिहार में शराब पीकर मरने वाले को कोई भी सहायता राशि मिलेगी !
पटना
बिहार विधानसभा में विपक्ष को कहते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शराब पीकर मृत्यु पर हम उसे सहायता राशि देंगे? ये सवाल ही नहीं पैदा होता… इसलिए यह बातें सही नहीं है। जब हम संसद का चुनाव लड़ते थे तब पार्टियां हमारे साथ नहीं थी फिर भी CPI-CPM के लोग हमारा साथ देते थे ।वहीं बिहार के छपरा जहरीली शराब के सेवन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 54 हो गई है।
परिजनों को मुआवजा नहीं देंगे- नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा कि हम मुआवजा नहीं देंगे। उन्होंने कहा, “जहां शराबबंदी नहीं है वहां भी मौतें हो रही हैं। बिहार में जहरीली शराब पीने से मरने वालों के परिजनों को मुआवजा नहीं देंगे। इसका तो प्रचार होना चाहिए ताकि लोग शराब न पिए। हम बापू (Mahatma Gandhi) के मार्ग पर चल रहे हैं। बीजेपी ने भी शराबबंदी का समर्थन किया था और पीएम (PM Narendra Modi) ने तारीफ की थी।”
जहरीली शराब से होने वाली मौतों पर कोई संवेदना नहीं
नीतीश कुमार ने एक बार फिर दोहराया कि जो पिएगा वो मरेगा। उन्होंने कहा, “जहरीली शराब से होने वाली मौतों पर कोई संवेदना नहीं है। जो गड़बड़ पिएगा, वो तो मरेगा ही। जहरीली शराब से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भी मौतें होती हैं और वहां शराबबंदी नहीं है। बीजेपी ने शराबबंदी का समर्थन किया था। किसी भी धर्म में शराब पीना ठीक नहीं है।”
बिहार (Bihar) में जहरीली शराब पीने से होने वाली मौतों का आंकड़ा 58 पहुंच गया है। छपरा जिले में 53 लोगों की जहरीली शराब पीने से मृत्यु हुई है, जबकि सीवान में भी 5 लोगों की मौत हो गई है। बता दें कि बिहार में शराब पर पाबंदी है।
बता दें कि बीजेपी ने बिहार में जहरीली शराब पीने से होने वाली मौतों को लेकर विधानसभा से राजभवन तक मार्च किया। बीजेपी समेत विपक्षी दल नीतीश सरकार को इन मौतों के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।