पाक के ‘हनीट्रैप’ में फंसा बिहार का यह सरकारी कर्मी, ISI को दे रहा था खुफिया जानकारी; गिरफ्तार
पटना
बिहार के मुजफ्फरपुर में एक ऐसे शख्स को पकड़ा गया है जो डिफेंस की खुफिया जानकारियां ISI को दे रहा था। जिले के कटरा रजिस्ट्री कार्यालय में कार्यरत लिपिक रवि चौरसिया को इस आरोप में गिरफ्तार किया गया है। रवि आईएसआई की एक महिला हैंडलर को संवेदनशील गोपनीय सूचनाएं और दस्तावेज सोशल मीडिया के माध्यम से भेजता था। कटरा थानेदार ललित कुमार के नेतृत्व में छापेमारी के दौरान उसकी गिरफ्तारी हुई है। आरोपी मुंगेर जिला के नया गांव जमालपुर का है।
रवि ने पुलिस को बताया कि वह भारी वाहन निर्माण कारखाना अवाडी चेन्नई (रक्षा मंत्रालय) में लिपिक था। इस दौरान सोशल मीडिया के माध्यम से उसकी मुलाकात आईएसआई की महिला हैंडलर से हुई थी। शान्वी शर्मा नाम से उसने रवि से दोस्ती की और फिर प्रेम जाल में फंसा लिया। शान्वी के प्रेम में पागल रवि ने अपने मोबाइल से कारखाना में बनने वाले टैंक, तोप व अन्य रक्षा उपकरणों से संबंधित गोपनीय जानकारियों का फोटो आईएसआई एजेंट को उपलब्ध करा दिया था। उसके बदले बैंक खाते में रुपये का ऑनलाइन भुगतान भी लिया।
जनकारी के मुताबिक आरोप रवि चौरसिया अभी भी उस एजेंट के संपर्क में है। एसएसपी जयंत कांत ने बताया कि रवि से पूछताछ में महिला एजेंट से जुड़ी कई जानकारियां मिली है। एजेंट को भेजे सभी गोपनीय दस्तावेज की जानकारी रवि ने दी है। इससे रक्षा मंत्रालय को भी अवगत कराया जाएगा। पुलिस के बयान पर रवि के खिलाफ कटरा थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। उसका मोबाइल जब्त कर लिया गया है। इसमें रक्षा मंत्रालय से संबंधित फोटो व अन्य दस्तावेज मिले हैं।
पकड़े जाने के डर से चेन्नई में छोड़ी नौकरी
आईएसआई की महिला हैंडलर के संपर्क में आने के बाद रवि चौरसिया को बुरी तरह फंसने का अहसास हो चुका था। पुलिस को उसने बताया कि वह उससे पीछा छुड़ाना चाह रहा था, लेकिन महिला ने उसके भेजे गए गोपनीय दस्तावेज को सार्वजनिक कर फंसाने की धमकी दी। मूल रूप से मुंगेर का रहने वाला रवि चेन्नई के अवाडी स्थित भारी वाहन निर्माण कारखाना में काम करता था। पकड़े जाने के डर से वह नौकरी छोड़कर भाग निकला।