विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव की सूचना समय पर नहीं दे पाया है-नरोत्तम बोले
भोपाल
मध्यप्रदेश विधानसभा के शीत सत्र का आगाज हो गया है। नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने सदन में कहा कि उन्होंने शिवराज सिंह चौहान की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की सूचना और आरोप पत्र विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दिया है। उन्होंने कहा कि सत्र शुरू होने से पहले आज 50 विधायकों के हस्ताक्षर वाला आरोप पत्र अध्यक्ष को दिया गया है और अविश्वास प्रस्ताव की सूचना 13 दिसंबर को विधिवत तरीके से दी गई है।
इस पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि उन्हें आज 11.50 बजे आरोप पत्र प्राप्त हुआ है, जो विचाराधीन है। अध्यक्ष ने कहा अविश्वास प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा और विपक्ष को बता दिया जाएगा। उधर, संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह पढ़-लिखकर डॉक्टर बने हैं, मैं बिल्कुल नहीं मानता वे नकल करके डॉक्टर बने हैं। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर उनकी उदासीनता क्यों रही, लगता है गोविंद सिंह पर उमर हावी हो रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव की सूचना समय पर नहीं दे पाया है।
उन्हें सदन समवेत होने से पहले सूचना देनी थी। नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने सदन में बताया कि आरोप पत्र बहुत बड़ा है और यह सरकार के भ्रष्टाचार पर केंद्रित है। इससे पहले नेता प्रतिपक्ष ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से चर्चा में कहा है कि वर्ष 2013 हम अविश्वास प्रस्ताव लाए थे लेकिन हमारे ही एक साथी सदस्य ने साठगांठ कर ली थी। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर विपक्ष पूरी तरीके से एकजुट है। 9 साल पहले विपक्ष के एक सदस्य के दल बदलने के कारण अविश्वास प्रस्ताव गिरा था। वहीं पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि विधायक दल की बैठक में तय हुआ है कि हम अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे। उम्मीद है कि नियम के अनुसार इसका पालन किया जाएगा और उसे स्वीकार किया जाएगा। सत्ता पक्ष के इस आरोप पर कि विपक्ष सदन नहीं चलने देता, नाथ ने कहा कि हम हमेशा चाहते हैं कि विधानसभा चले और अवधि बढ़ाई जाए। आपको ही पता है कि सदन कौन नहीं चलने देता।