मस्क ने पूछा की Twitter के CEO के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए
सन फ्रांसिस्को
माइक्रोब्लॉगिंग साइट Twitter के नए चीफ एलॉन मस्क (Elon Musk) ने एक पोल जारी कर यूजर्स में सनसनी फैला दी है. उन्होंने पोल के जरिए लोगों से पूछा है कि क्या उन्हें Twitter के CEO के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
मस्क ने वादा किया है कि पोल का जो भी रिजल्ट आएगा, वे उसका पालन करेंगे. सोमवार सुबह 9 बजे तक आए परिणाम के मुतबिक 93 लाख 35 हजार लोग इस पोल पर वोट कर चुके हैं. इनमें से 56.5 फीसदी लोगों ने जवाब में हां कहा है, वहीं 43.5 फीसदी लोगों ने मस्क ने सीईओ का पद न छोड़ने की अपील की है.
इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि मस्क जल्द ही ट्विटर चीफ की कुर्सी को लेकर कोई बड़ा फैसला कर सकते हैं. उन्होंने खुद कहा था कि वह ट्विटर के सीईओ के रूप में लंबे समय तक काम नहीं करना चाहते. उन्होंने कहा था कि वह इस पद के लिए किसी और को ढूंढेंगे.
इससे पहले 17 नवंबर को मस्क ने कहा था कि Twitter खरीदने के बाद उन्हें कंपनी में बड़े बदलाव करने के लिए अपना काफी समय देना पड़ रहा है. इसमें उलझने के कारण मस्क अपनी पुरानी कंपनी टेस्ला (Tesla) को कम समय दे पा रहे हैं. Twitter को ज्यादा समय देने के कारण टेस्ला के निवेशकों की चिंता बढ़ गई है.
मस्क को खर्च करना पड़ रहा ज्यादा समय
मस्क ने Twitter में एक बोर्ड का गठन करने का इरादा व्यक्त किया था. उन्होंने उम्मीद जताई थी कि इसके बाद उन्हें Twitter पर कम समय खर्च करना पड़ेगा. दरअसल, Twitter पर मस्क के ज्यादा ध्यान देने के बाद टेस्ला के इंवेस्टर्स काफी भ्रमित हो गए हैं. इसलिए निवेशकों की चिंता को दूर करने के लिए मस्क Twitter के नए लीडर की तलाश कर रहे हैं.
इस तरह पूरी हुई Twitter Deal
> ट्विटर डील की शुरुआत इस साल अप्रैल में हुई थी. 4 अप्रैल को एलॉन मस्क ने ट्विटर में 9.2 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी. इसके साथ ही वो कंपनी के सबसे बड़े शेयर होल्डर बन गए. मस्क की हिस्सेदारी को देखते हुए कंपनी ने उन्हें बोर्ड मेंबर में शामिल होने के लिए इनवाइट किया था.
> मस्क ने बोर्ड में शामिल होने से इनकार कर दिया. बाद में उन्होंने 54.2 डॉलर प्रति शेयर के भाव से 44 अरब डॉलर में ट्विटर को खरीदने का ऑफर दिया. शुरुआत में कंपनी ने इस ऑफर को स्वीकार नहीं किया था, लेकिन कुछ दिनों बाद शेयरहोल्डर इस डील के लिए तैयार हो गए.
> मई महीने में Twitter ने अपनी फाइलिंग में बताया कि प्लेटफॉर्म पर बॉट्स की संख्या सिर्फ 5 परसेंट है. इस पर ही मस्क और पराग अग्रवाल के बीच विवाद शुरू हुआ. 13 मई को मस्क ने डील को होल्ड कर दिया.
> 16 मई को मस्क और पराग अग्रवाल के बीच बॉट अकाउंट्स को लेकर बहस हुई. इसके बाद 17 मई को मस्क ने डील होल्ड करने की धमकी दी. 8 जुलाई को मस्क डील के पीछे हट गए. 12 जुलाई को ट्विटर ने मस्क पर केस किया.
> इसके बाद कुछ दिनों तक मस्क और ट्विटर के बीच चूहे बिल्ली का खेल चलता रहा. 4 अक्टूबर को मस्क ने यू-टर्न लेते हुए एक बार फिर डील को पूरा करने का ऑफर दिया. 27 अक्टूबर को डील फाइनल कर ली गई.