माता पिता के चरणों में ही चारों धाम – रामलला चार्य
अमरपाटन
सतना मार्ग स्थित राजा मैरिज गार्डन में श्री श्री 1008 श्री जगद्गुरु श्री रामानंद चार्य महाराज श्री रामलला चार्य के मुखारविंद से चल रहे श्रीमद् भागवत कथा में श्रद्धालुओं का भक्ति के प्रति जमकर आस्था देखने को मिल रहा है। श्रीमद् भागवत कथा का रसपान आम जनमानस के जीवन पर्यंत के लिए सौभाग्यशाली है।
अभिषेक निगम ने बताया कि अमरपाटन नगर परिषद अध्यक्ष समर सिंह के द्वारा 16 दिसंबर से आयोजित कराई जा रही भागवत कथा में अमरपाटन क्षेत्र के कई गांव के श्रद्धालु पहुंचकर प्रवचन का आनंद ले रहे हैं। 19 दिसंबर को भगवान वासुदेव के घर में श्री कृष्ण का जन्म हुआ तो वही कल 20 दिसंबर को भगवान श्री कृष्ण के द्वारा गोवर्धन पर्वत की कथा सुनाई गई। साथ ही कार्यक्रम में बाल कलाकारों के द्वारा बाल लीला का भी आयोजन किया जा रहा है।आयोजक समर सिंह द्वारा कथा का रसपान करने हेतु श्रद्धालुओं से आग्रह किया गया है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में पधार कर कथा का आनंद लें।श्रीमद्भागवत कथा सुनना और सुनाना दोनों ही मुक्तिदायिनी है तथा आत्मा को मुक्ति का मार्ग दिखाती है। भागवत पुराण को मुक्ति ग्रंथ कहा गया है, इसलिए अपने पितरों की शांति के लिए इसे हर किसी को आयोजित कराना चाहिए। इसके अलावा रोग-शोक, पारिवारिक अशांति दूर करने, आर्थिक समृद्धि तथा खुशहाली के लिए इसका आयोजन किया जाता है।