पस्त हो गई रूसी सेना, व्लादिमीर पुतिन ने माना; अब यूक्रेन में ठहरना मुश्किल
मॉस्को
रूस और यूक्रेन के बीच युदुध को 10 महीने का वक्त हो गया है। अब रूसी राष्ट्रपति व्वादिमीर पुतिन ने भी माना है कि उनकी सेना के लिए स्थितियां कठिन हो रही हैं। उन्होंने मंगलवार को सैन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि युक्रेन के जिन चार इलाकों में रूस की सेना ने कब्जा किया था, वहां अब ठहरना मुश्किल हो रहा है। पुतिन ने यूक्रेन के चार प्रांतों को रूस में शामिल करने के लिए जनमत संग्रह करवाया था और इसके बाद घोषणा भी कर दी थी। हालांकि रूस के इस कदम के बाद पश्चिमी देश खुलकर कीव के साथ आ गए। रूस को जवाब देने के लिए पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को सैन्य सहायता दी। इसके बाद यूक्रेन ने जबरदस्त जवाबी हमला किया। रूस कई बार दावा करता है कि यूक्रेनी मिसाइल और ड्रोन उसके भी इलाकों में हमला करते हैं। वहीं यूक्रेन ने खेरसॉन से रूसी सेना को खदेड़कर बाहर कर दिया। रूस ने खेरसॉन और कीव पर पहले ही कब्जे का दावा किया था लेकिन यूक्रेन के सामने वहां रूस के सैनिक ज्यादा वक्त तक नहीं टिक सके।
पुतिन ने कहा, जो लोग उन क्षेत्रों में रहते हैं उन्हें हमारी सुरक्षा पर भरोसा है। हमारा कर्तव्य है कि हम उनकी सुरक्षा, अधिकार और स्वतंत्रता सुनिश्चित करें। पुतिन ने महीनेभर के अंदर दूसरी बार ऐसा बयान दिया है। उन्होंने कहा था, लगता था कि एक सप्ताह में ही युद्ध खत्म हो जगाएगा लेकिन यह बहुत लंबा खिंच रहा है। उन्होंने कहा था कि यह युद्धा जल्द खत्म होने वाला नहीं है। इसके अलावा चार प्रांतों में कब्जे को लेकर रूस में जश्न भी मनाया गया था।
रूस की अजीब शर्त
रूस कई बार कह चुका है कि वह शांति वार्ता करने के लिए तैयार है लेकिन उसकी सारी शर्तें यूक्रेन को माननी पड़ेगी। ऐसे में स्पष्ट है कि बातचीत संभव ही नहीं हो पाएगी। अगर रूस की बातों को मानना ही है तो इसे यूक्रेन का अत्मसमर्पण ही माना जाएगा। वहीं अमेरिका और अन्य पश्चिमी देश कीव के साथ खड़े है। यूएस नेशनल सिक्यॉरिटी काउंसिल के प्रवक्ता ने कहा, अगर रूस अपनी सेना को यूक्रेन से निकाल ले औऱ युद्ध विराम की घोषणा कर दे तो रूस अपने हालात खराब करने से बच सकता है। उन्होंने कहा, अगर रूस इस मामले को हल करने में विश्वास नहीं करता तो हम भी स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि हर स्तर पर यूक्रेन की मदद जारी रहेगी। पुतिन ने यूक्रेन के चार प्रा्ंतों में मार्शल लॉ लगा दिया था।