बिना कोविड टेस्टिंग के ताजमहल में नहीं मिलेगी एंट्री, पर्यटकों को करानी होगी स्क्रीनिंग
आगरा
चीन और अन्य देशों में बढ़ रहे कोविड केसों को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई है। इसी क्रम में आगरा में भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से सतर्कता बढ़ा दी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने पर्यटकों के लिए सबसे लोकप्रिय और आकर्षण का केंद्र ताजमहल को अलर्ट पर रखा गया है। बता दें, ताजमहल सहित अन्य स्मारकों पर आने वाले पर्यटकों की स्क्रीनिंग की जाएगी। आगरा में ताजमहल देखने के लिए देशी-विदेशी पर्यटक प्रतिदिन बड़ी संख्या में आते हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण के बढ़ने का खतरा बना हुआ है। इस खतरे से बचने और कोविड 19 की स्थिति को ध्यान में रखते हुए आगरा आने वाले सभी पर्यटकों को पहले एक कोविड परीक्षण से गुजना होगा। यही नहीं, शहर के होटलों में ठहरने वाले लोगों की भी कोविड जांच की जाएगी। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और बस स्टैंड पर स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात कर दी गई हैं।
कोविड प्रभावित देशों से लौटने वालों लोगों पर आगरा स्वास्थ्य विभाग खासी निगरानी रख रहा है। सीएमओ डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि लोगों को आगाह कर दिया गया है कि खांसी, जुकाम, बुखार होने पर तत्काल जांच कराएं। जिला अस्पताल और एसएन मेडिकल कालेज में कोविड मरीजों की भर्ती के लिए तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। अलर्ट जारी होने के कारण अब सभी आने-जाने वालों के लिए जांच अनिवार्य कर दी गई है।
कोरोना पर अरविंद केजरीवाल ने बताई दिल्ली की सच्चाई, देखिए कितनी है तैयारी वहीं, होटल प्रबंधन को आगाह कर दिया है कि वे अपने होटलों में ठहराने से पहले उनकी कोविड जांच की रिपोर्ट अवश्य देख लें। इसके अलावा जिनके पास रिपोर्ट नहीं है, उनकी जांच कराएं। सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि कोविड प्रभावित देशों से लौटने वाले पर्यटकों पर निगरानी बढ़ा दी है। उन्हें 12 से 14 दिनों तक होम आइसोलेशन में रखा जाएगा। संक्रमित को एसएन मेडिकल कालेज में भर्ती कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल आगरा में कोविड का कोई मरीज सक्रिय नहीं है। सीएमओ ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सभी लोग मास्क पहनना फिर से शुरू कर दें। मास्क और सामाजिक दूरी का पालन करके कोरोना से बचा जा सकता है। हैंड सैनिटाइजेशन का भी विशेष ध्यान रखना होगा।