सुशासन के उच्च मापदण्डों को स्थापित करने अधिकारी-कर्मचारियों को कलेक्टर ने दिलाई शपथ
अनूपपुर
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी द्वारा स्थापित सुशासन के उच्च मापदण्डों के महत्व को प्रतिपादित करते हुए उनके जन्म दिवस 25 दिसम्बर के एक दिन पूर्व 24 दिसम्बर को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष 24 दिसम्बर को शनिवार का शासकीय अवकाश होने के कारण 23 दिसम्बर को सुशासन दिवस जिलेभर में मनाया गया।
कलेक्ट्रेट परिसर में संचालित विभिन्न विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों को कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना द्वारा प्रातः 11 बजे सुशासन की शपथ ’’मैं सत्यनिष्ठा से शपथ लेता हूं/लेती हूँ कि मैं प्रदेश में सुशासन के उच्चतम मापदंडों को स्थापित करने के लिए सदैव संकल्पित रहूँगा/रहूँगी और शासन को अधिक पारदर्शी, सहभागी, जनकल्याण केन्द्रित तथा जवाबदेह बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करता रहूंगा/रहूंगी। प्रदेश के नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार लाने के लक्ष्य को पाने के लिए सदैव तत्पर रहूँगा/रहूँगी।’’ दिलाई गई।
इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अभय सिंह ओहरिया, अपर कलेक्टर श्री सरोधन सिंह, एसडीएम अनूपपुर श्री कमलेश पुरी, एसडीएम जैतहरी श्री विजय डेहरिया सहित बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने सुशासन के महत्व को प्रतिपादित करते हुए सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को पारदर्शी और बेहतर कार्य करने की समझाईश दी।
जिला पंचायत में मनाया गया सुशासन दिवस
सुषासन दिवस के अवसर पर जिला पंचायत परिसर में अधिकारी-कर्मचारियों को जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री के.के. सोनी द्वारा सामूहिक रूप से सुषासन के उच्चतम मापदंडों को स्थापित करने की शपथ ली गई। इसी तरह जनपद पंचायत जैतहरी में भी अधिकारियों-कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से सुशासन की शपथ ली। इस अवसर पर तहसीलदार श्री शशांक शेण्डे सहित खण्ड स्तरीय अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।