कोरोना का डर, दो दिन में पांच गुना बढ़ गए सतर्कता डोज लगवाने वाले लोग
भोपाल
चीन-जापान में कोरोना के मामले बढ़ने और देश में कोरोना के नए वैरिएंट के मामले सामने आने लगे हैं। कोरोना की आहट के बाद एक बार फिर टीकाकरण केंद्रों पर सतर्कता डोज लगवाने वालों की संख्या बढ़ गई है। बीते दो दिन में सतर्कता डोज लगवाने वालों की संख्या प्रदेशभर में पांच गुना बढ़ी है। यह स्थिति तब है जब केंद्रों पर सिर्फ को-वैक्सीन ही उपलब्ध है, जबकि प्रदेश में 80 फीसदी लोगों ने कोवीशील्ड वैक्सीन लगवाई है।
बता दें कि प्रदेश में कोवीशील्ड के अब तक 10 करोड़ से ज्यादा डोज लगाए जा चुके हैं। वहीं को-वैक्सीन के महज 2.31 करोड़ डोज लगे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कोवीशील्ड वैक्सीन उपलब्ध होगी तो केंद्रों पर हर दिन 10 हजार से ज्यादा डोज लगने लगेंगे। इधर, स्वास्थ्य विभाग ने भी केंद्र सरकार से वैक्सीन के अतिरिक्त डोज की मांग की है। राज्य टीकाकरण अधिकारी डा. संतोष शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में फिलहाल कोवीशील्ड उपलब्ध नहीं है। को-वैक्सीन के 1.5 लाख बचे हुए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से वैक्सीन उपलब्ध कराने को कहा है।
पौने पांच करोड़ ने नहीं लगवाया बूस्टर डोज
केंद्र सरकार के कोविन पोर्टल के मुताबिक प्रदेश में अब करीब छह करोड़ लोग कोरोना वैक्सीन की फर्स्ट डोज और 5.92 करोड़ लोग सेकंड डोज लगवा चुके हैं। अब तक सिर्फ 1.36 करोड़ लोगों ने ही बूस्टर या प्रिकाशन डोज लगवाया है। यानि प्रदेश में करीब 4.71 करोड़ लोग अब भी बूस्टर डोज से दूर हैं।
प्रदेश में 43 हजार बेड आरक्षित
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग की मानें तो प्रदेश में कोरोना से मुकाबला करने के लिए समुचित व्यवस्थाएं हैं। प्रदेश में 43114 बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित किए गए हैं। इनमें से 24340 बेड पर आक्सीजन की सुविधा है। वहीं 11633 बेड आइसीयू में और 7141 आइसोलेशन बेड उपलब्ध हैं।