प्रदेश में अनुबंध से करोड़ों ज्यादा हुई टोल नाकों से उगाही
भोपाल
प्रदेश के 17 टोल नाकों पर अब तक करोड़ों रुपए की वसूली हो चुकी है। इसमें से कई टोलों की ठेके की अवधि चार साल बाद पूरी होने जा रही है। इसमें सबसे ज्यादा राशि सतना-मेहर-उमरिया टोल ने अपने पांच साल के ठेके में प्राप्त की। इन अवधि में यहां पर साढ़े 74 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं। इस रोड का ठेका अब पूरा हो चुका है। इस टोल का ठेका मेसर्स टीबीसीएल सतना उमरिया टोलवेज प्रायवेट लिमिटेड शहडोल के पास था। जो अक्टूबर 2017 से पांच साल के लिए मिला था। जानकारी के सतना-मेहर-उमरिया रोड पर बने टोल के बाद बेला-गोविंदगढ़-चुरहट का ठेका 9 साल के लिए दिसंबर 2014 में मेसर्स उदित पाथवेज प्रायवेट लिमिटेड रीवा को मिला था। इस टोल पर अब तक 61 करोड़ 33 लाख 17 हजार 970 रुपए की टोल से राशि प्राप्त हुई है। मप्र में राष्टÑीय राजमार्ग पर 60 किमी के भीतर दो टोल नाके नहीं होने का केंद्र का आदेश मप्र सरकार को अब तक नहीं मिला है। इसके चलते ऐसे टोल फिलहाल नहीं हटाए जा रहे हैं।
4 साल और है इन सड़कों का ठेका
वर्ष 2016 में प्रदेश की कई सड़कों पर बने टोल का ठेका दस साल के लिए दिया गया। इतमें बैतूल-परतवाड़ा, बरगवान-वेदान, दतिया- दिनारा, खरगौन-बड़वानी,उदयपुरा- सिलवानी, उदयपुरा-गाडरवाड़ा, खलघाट- मनावर, बाड़ी-बकतरा-बुधनी-शाहगंज, आगर-सारंगपुर रोड पर बने टोल का ठेका शामिल हैं। इस सभी का ठेका वर्ष 2026 में समाप्त हो जाएगा। इन सभी टोलों पर करोड़ों की राशि अब तक प्राप्त हो चुकी है। वहीं इस साल फरवरी में बड़वाह-धामनौद, भोपाल-विदिशा, मनावर-मांगनौद, सरदार-राजगढ़- बाघ, दमोह-हटा- गैसाबाद और शिवपुरी-पोहरी-करहाल-गोरस का ठेका मेसर्स आरएमएन टोलवेज प्रायवेट लिमिटेड भोपाल को मिला है।
भोपाल-देवास रोड
भोपाल-देवास रोड पर अनुबंध अनुसार 426. 64 करोड़ की राशि थी। इसके बाद 81 करोड की ग्रांट राशि स्वीकृत हुई। इस मार्ग पर टोल राशि 1288.60 करोड़ अक्टूबर तक वसूल की जा चुकी है। वहीं लेबड़- जावरा फोरलेन की अनुबंध राशि 589.31 करोड़ रुपए थी जबकि वसूली 1610.11कराड़ हो चुकी है। वहीं जावरा- नयागांव फोरलेन की अनुबंध राशि 425.71 करोड़ थी और अब तक वसूली 1812 करोड़ रुपए की हुई।