राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस का आयोजन सम्पन्न
रीवा
खाद्य नागरिक आपूर्ति उपभोक्ता संरक्षण विभाग के संयोजकत्व में उपभोक्ता को उनके अधिकारों के प्रति सजग करने तथा उपभोक्ता संरक्षण एवं जागरूकता के उद्देश्य से मनाए जाने वाले राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला उपभोक्ता परितोषण आयोग के अध्यक्ष श्री सुदीप कुमार श्रीवास्तव रहे तथा अध्यक्षता डिप्टी कलेक्टर संजीव पाण्डेय ने की। इस दौरान आयोग के सदस्य सुशील कुमार मिश्रा तथा श्रीमती कंचन अवधिया की विशेष उपस्थिति रही।
इस अवसर पर श्री सुदीप कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि उपभोक्ता यदि सजग है तो उसका नुकसान नहीं होगा। अत: यह चाहिए कि उपभोक्ता स्वयं अपने अधिकारों की रक्षा करे। उपभोक्ता अपने हितों की रक्षा जिन तरीकों से कर सकता है उसे ही उपभोक्ता संरक्षण कहते हैं। उपभोक्ता संरक्षण के लिए सरकार ने अनेक कानून एवं अधिनियम बनाए हैं। गैर सरकारी संगठनों का दायित्व है कि वह उपभोक्ता को सजग व जागरूक करें ताकि उत्पादक, व्यापारी या निर्माता उपभोक्ता का शोषण न कर सकें और न ही उसे छल/ठग सकें। उन्होंने अपेक्षा की कि स्वयं सेवी संगठन शासकीय योजनाओं के प्रति लोगों को जागरूक करने तथा उनके हितों का लाभ दिलाने के लिए आगे आएंगे। श्री श्रीवास्तव ने बताया कि उपभोक्ता की सुरक्षा एवं संरक्षण तथा शोषण से बचाने के लिए उपभोक्ता मंच है जहाँ वह अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है।
कार्यक्रम में सदस्य सुशील मिश्रा ने बताया कि उपभोक्ता संरक्षण के लिए शासन द्वारा नवीन अध्यादेश लागू किया गया है जो उपभोक्ताओं के हित के लिए लाभदायी है। उन्होंने बताया कि उपभोक्ता कान्फोनेट एप के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं तथा इससे जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। इससे पूर्व खाद्य नियंत्रक ओपी पाण्डेय ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कार्यक्रम आयोजन के विषय में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उपभोक्ता दिवस पर विभागीय योजनाओं की जानकारी देने के साथ ही उपभोक्ताओं को उनके हित के संरक्षण के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर विजय खाटकर, अमित तिवारी, धनंजय सिंह, यूपी बागरी, एसके तिवारी सहित गैर स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में सेवानिवृत्त खाद्य अधिकारी आशुतोष तिवारी, महेन्द्र त्रिपाठी सहित विभागीय अधिकारी तथा गैर शासकीय संगठनों के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।