September 25, 2024

IMD Cold Wave: 2 दिनों तक ठंड से कांपेगी दिल्ली, UP-बिहार से लेकर हरियाणा-पंजाब तक घना कोहरा

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 नई दिल्ली। 

IMD 25 December Weather Forecast: शीतलहर और कुहासे के बीच आज पूरे देश में बड़े ही धूमधाम से क्रिसमस मनाया जाता है। मौसम विभाग द्वारा 25 दिसंबर के लिए जारी अपडेट्स के मुताबिक, आज से लेकर अगले चार दिनों तक पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में कई जगहों पर घना से बहुत घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। वहीं, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, असम और त्रिपुरा में अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा छाने की संभावना है। उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में भी लोगो को कंपकपाती ठंड का सामना करना पर रहा है। मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों के दौरान उत्तर राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में गंभीर शीतलहर की चेतावनी जारी की है। वहीं, अगले 24 घंटे के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़,  दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भी शीतलहर की स्थिति रहने की संभावना है।

दिल्ली में  2 दिनों तक भीषण शीतलहार की संभावना
देश की राजधानी दिल्ली में अगले दो दिनों तक गंभीर शीतलहर चलने की संभावना है। मौसम विभाग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में 25 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 4 डिग्री के करीब रहने की संभावना है। अधिकतम तापमान भी 19 डिग्री के आसपास रहेगी। आईएमडी ने कहा है कि ऐसी स्थिति 25 और 26 दिसंबर को बनी रहेगी।

कश्मीर घाटी में ठंड बढ़ी, बर्फबारी की संभावना
कश्मीर में कड़ाके की ठंड बढ़ती जा रही है और घाटी के अधिकांश स्थानों पर न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, मौसम विभाग ने सोमवार से कुछ दिनों तक ठंड और शुष्क मौसम से राहत मिलने का अनुमान जताया है। अधिकारियों ने कहा कि श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 5.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। उन्होंने कहा कि वार्षिक अमरनाथ यात्रा के एक आधार शिविर पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। उत्तरी कश्मीर में बारामुला जिला स्थित पर्यटन स्थल गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। 

कश्मीर में 40 दिनों की कड़ाके की सर्दियों की अवधि के दौरान क्षेत्र में शीत लहर रहती है और तापमान में काफी गिरावट आती है, जिससे घाटी के कई हिस्सों में जलस्त्रोतों के साथ-साथ पाइप लाइन भी जम जाती हैं। इस अवधि के दौरान बर्फबारी की संभावना सबसे अधिक और अधिकतम होती है। अधिकांश क्षेत्रों, विशेष रूप से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी होती है।
 

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