कोरोना संक्रमण का खतरा फिर मंडराया,दस महीने से पंचांग भी कर रहे सतर्क
वाराणसी
कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए देश-प्रदेश की सरकारें, विश्व स्वास्थ्य संगठन अब तरह-तरह के दिशा निर्देश जारी कर रहे हैं जबकि वाराणसी के सनातनी पंचांगों ने करीब दस माह पूर्व ही माघ के महीने में लोगों को विशेष सजगता बरतने के लिए सतर्क कर दिया था। काशी से प्रकाशित प्रमुख पंचांगों में माघ में दैवीय एवं प्राकृतिक आपदा की भविष्यवाणी की गई है।
महावीर, ऋषिकेश, विश्व और गणेश आपा पंचांग में माघ के मासफल में स्पष्ट लिखा है कि भूस्खलन, भूकंप, हिमस्खलन आदि के आपदा से विश्व समुदाय को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। चीन में कोरोना को लेकर चल रहा मौजूदा घटनाक्रम पंचांगों की भविष्यवाणी के अनुरूप लग रहा है। महावीर पंचांग के गणनाकार पं. रामेश्वरनाथ ओझा बताते हैं कि माघ कई दृष्टियों से भारी प्रतीत हो रहा है। इस महीने पांच शनिवार और पांच रविवार पड़ रहे हैं। माघी अमावस्या शनिवार को पड़ेगी।
भारतीयों की इम्यूनिटी चीनियों से ज्यादा मजबूत
बीएचयू के जीन वैज्ञानिक प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे ने दावा किया कि चीनियों की तुलना में भारत के लोगों की प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा मजबूत है। इसलिए यहां कोरोना के नए वैरिएंट बीएफ.7 का असर ज्यादा नहीं होगा। चीन में नई आबादी (जो पूर्व में संक्रमित नहीं हुई है) ज्यादा संक्रमित हो रही है। भारत में ज्यादातर आबादी पूर्व में संक्रमित हो चुकी है। इसलिए भी नया वैरिएंट बहुत प्रभावी नहीं होगा। उन्होंने लोगों से अपील की है कि नए वैरिएंट को लेकर ज्यादा पैनिक होने की जरूरत नहीं है। बस कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें।