UP Weather News: पूर्वांचल में बढ़ा सर्दी का सितम, सुबह छाया रहा घना कोहरा; गलन बढ़ी, तापमान लुढ़का
गोरखपुर
पूर्वी यूपी में शनिवार को मौसम का मिजाज बदला दिखा। पहले बारिश फिर तल्ख धूप हुई। पूर्वी यूपी में घना कोहरा छाया रहा है। ऊपरी वातावरण में नमी बढ़ गई। तापमान लुढ़क गया। इसके कारण घना कोहरा बादलों में तब्दील हो गया। शनिवार को रिमझिम फुहारें भी पड़ीं। हल्की बूंदाबांदी के बाद मौसम सुहाना हो गया। धूप खिली और पारा चढ़ गया। शनिवार को मौसम के कई रंग देखने को मिले।
पिछले तीन दिन से छाए घने कोहरे ने बादलों की शक्ल अख्तियार कर ली। हवा में नमी बढ़ने के कारण घने कोहरे बादल में तब्दील हो गए। इसके कारण शनिवार को 0.2 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। इस महीने की हल्की बारिश है। हालांकि इसके बाद दिन और रात का पारा चढ़ गया। बादलों की मौजूदगी के कारण रात में गर्म हवाएं वातावरण के ऊपरी सतह में नहीं जा सकी। इसके कारण रात का तापमान 13.3 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य से करीब तीन डिग्री सेल्सियस अधिक है। दिन का तापमान भी 24 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है। हालांकि बारिश के बाद सुबह आठ बजे आसमान साफ हो गया। मौसम विशेषज्ञ केसी पांडेय ने बताया कि आसमान साफ होने से रात के तापमान में गिरावट होगी।
2 घंटे देर से मुंबई की उड़ान, 7 घंटे लेट रही सप्तक्रांति
खराब मौसम के चलते पांचवे दिन शनिवार को भी विमान सेवाएं प्रभावित रही। गोरखपुर से मुंबई के लिए स्पाइस जेट की फ्लाइट करीब दो घंटे तो दिल्ली के लिए एलाइंस एयर की फ्लाइट करीब एक घंटे देर से उड़ान भर सकी। इसी तरह शनिवार शाम को एलाइंस एयर का विमान दिल्ली के लिए एक घंटे देर से उड़ान भर सका।
शनिवार को वैशाली एक्सप्रेस और गोरखधाम एक्सप्रेस लगभग समय से पहुंचीं, जबकि आनंद विहार, दिल्ली से चली सप्तक्रांति एक्सप्रेस पौने सात घंटे की देर से आई। शुक्रवार की रात और शनिवार की सुबह कम कोहरा होने के चलते ट्रेनों की लेटलतीफी कम रही। अवध असम एक्सप्रेस सवा घंटे और आम्रपाली एक्सप्रेस आधा घंटे की देरी से पहुंची।
शनिवार को शाम सात बजे के बाद दिल्ली जाने वाली कुछ बसों की बुकिंग कोहरे को देखते हुए निरस्त कर दी गई। हालांकि लखनऊ और वाराणसी रूट की आधा दर्जन बसें रात आठ बजे के रवाना भी हुईं। सवार यात्रियों को बताया गया है कि अगर रास्ते में कोहरा मिला तो बस वहीं रोक दी जाएगी। जिन यात्रियों ने सहमति जताई, उन्हें ही बैठाया गया।