कोरोना की आहट से ऑटोमोबाइल बाजार में मची खलबली
नईदिल्ली
कोरोना केवल स्वास्थ्य ही नहीं बल्कि आर्थिक व्यवस्था पर भी बड़ा प्रहार करता है. कोरोना की आहट भर से बाजार में मंदी छा गई है. अब एक बार फिर आर्थिक मंदी का खामियाजा व्यापारियों को उठाना पड़ेगा. खासतौर पर रियल स्टेट, ऑटोमोबाइल, रेडीमेड गारमेंट्स पर इसका व्यापक असर देखने को मिल रहा है.
कोरोना के नए वेरिएंट का देश में प्रवेश होने के बाद एक बार फिर इस बात का अंदेशा जताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है. वर्तमान में मध्य प्रदेश में ना के बराबर कोरोना पॉजिटिव मरीज मौजूद है. वर्तमान में एमपी में भले ही चार पॉजिटिव मरीजों की उपस्थिति हो मगर देश के बदल रहे परिदृश्य के चलते यहां की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ रहा है. कोविड-19 जब पीक था उस समय एमपी में आम और खास को अस्पतालों में बिस्तर तक उपलब्ध नहीं हो पा रहे थे. इन अनुभवों को लेकर अभी भी लोग भयभीत है.
रियल स्टेट
इस कारोबार से जुड़े कमल कौशल के मुताबिक कोरोना का असर तो सभी व्यापार पर पड़ता है फिर रियल स्टेट कौन सा अलग है. जो व्यापार जितना बड़ा है उस पर उतना ही अधिक फर्क पड़ता है. इसी हिसाब से रियल एस्टेट कारोबार पर काफी फर्क पड़ रहा है. अभी से बाजार में मंदी आ गई है. वर्तमान में 20 जनवरी तक कोई मुहूर्त नहीं होने की वजह से पहले ही रियल स्टेट कारोबार ठंडा था. इस पर कोरोना की दस्तक में लोगों के बीच खलबली मचा दी है. यदि कोरोना का आंकड़ा बढ़ता है तो निश्चित रूप से बुरा असर पड़ेगा.
ऑटोमोबाइल
ऑटोमोबाइल कारोबार से जुड़े धर्मेंद्र सिंह बताते हैं कि कोरोना की वजह से ऑटोमोबाइल कारोबार की कमर टूट गई थी. एक बार फिर कोरोना के नए वेरिएंट में ऑटोमोबाइल बाजार में खलबली मचा दी है. व्यापारियों ने नए आर्डर देना बंद कर दिए हैं, जबकि ग्राहकों का रुझान भी कम है. साल का अंतिम सप्ताह चल रहा है, वैसे भी लोग 2023 मॉडल की गाड़ियां खरीदने की इच्छा रखते हैं किन्तु यदि कोरोना का ग्राफ बढ़ता है तो निश्चित रूप से ऑटोमोबाइल बाजार को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा.
रेडीमेड गारमेंट्स
रेडीमेड के थोक व्यापारी मनीष चौधरी के मुताबिक वर्तमान समय में बाजार में रेडीमेड गारमेंट्स का व्यापार प्रमुख रूप से प्रभावित हो रहा है. अभी मांगलिक कार्यों पर रोक लगी है. इसके बाद कोरोना वायरस भी आम लोगों को डरा रहा है. ऐसे समय में लोग सामान खरीदने के बजाय नगद राशि बचाकर रखने की जुगत में लग जाते हैं. अभी बाजार पर थोड़ा फर्क जरूर पड़ है मगर आने वाले दिनों में कोरोना के आंकड़े पर रेडीमेड बाजार की नजर है.