कोरोना के पीक में 28 करोड़ में सजे मंत्रियों-अफसरों के बंगले
भोपाल
प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा की सरकारों के कार्यकाल में पिछले चार सालों में राजधानी में मंत्रियों, आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अफसरों के बंगलों की साज सज्जा में 28.33 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। लोक निर्माण विभाग द्वारा कराए गए कामों में सबसे अधिक पैसा दोनों ही सरकारों के अस्तित्व में आने के बाद मंत्रियों के बंगलों की मरम्मत और पुताई पर खर्च हुआ है। विभाग ने चार साल के अंतराल में 2131 आवासों, बंगलों की साज सज्जा पर यह राशि खर्च की है।
राजधानी में सरकारी बंगलों की सजावट और मरम्मत के लिए लोक निर्माण विभाग के दो संभाग भोपाल में संचालित हैं। इन संभागों में विभाग के इंजीनियरों का सबसे अधिक फोकस श्यामला हिल्स, 74 बंगले, चार इमली और 45 बंगले के सरकारी आवासों पर होता है। विभाग के सूत्रों के अनुसार 2018 में विधानसभा चुनाव के बाद चार साल के अंतराल में लोक निर्माण विभाग ने 25 बी टाइप, 3 सी टाइप, 20 डी टाईप और 43 ई टाइप बंगलों की मरम्मत और पुताई में भी राशि खर्च की है। इसके साथ ही एफ टाइप के 289, जी टाइप के 273, एच टाइप के 608 और आई टाइप के 889 सरकारी आवासों की मरम्मत और साज सज्जा पर भी राशि खर्च की गई है। बंगलों की सजावट पर यह राशि तब सर्वाधिक खर्च हुई है जब देश के साथ मध्यप्रदेश में भी कोरोना संक्रमण टॉप पर था।
पहले नाथ फिर शिवराज सरकार में मंत्रियों ने कराया काम
15 माह की कमलनाथ सरकार में मंत्रियों के बंगलों में रंगरोगन पर भारी भरकम राशि खर्च हुई थी। कई मंत्रियों ने बंगलों में नए सिरे से रिनोवेशन कराया था। तब वर्ष 2019-20 में इन भवनों की मरम्मत पर 469.71 लाख और पुताई पर 248.39 लाख रुपए खर्च किए गए। वर्ष 2020-21 में मरम्मत पर 308.41 लाख और पुताई पर 140.13 लाख रुपए खर्च किए गए हैं। इसके बाद जब शिवराज सरकार बनी और छह माह बाद मंत्रिमंडल विस्तार हुआ तो वर्ष 2021-22 में रखरखाव व मरम्मत पर 736.73 लाख और पुताई कार्य में 553.72 लाख रुपए खर्च किए गए। चालू साल 2022-23 में दिसम्बर तक मरम्मत पर 225.58 लाख और पुताई कार्य में 225.87 लाख रुपए खर्च किए गए हैं।
इन क्षेत्रों में हुआ मरम्मत, जल अवरोध दूर करने और पुताई पर खर्च
विभाग ने जिन 2131 आवासों की मरम्मत और पुताई में यह राशि खर्च की है, उसमें मुख्यमंत्री निवास, राजभवन, राजभवन परिसर के साथ ही पुलिस लाइन जहांगीराबाद, वेटनरी कालोनी, ओल्ड डेयरी कालोनी जहांगीराबाद, प्रोफेसर कालोनी, सिविल लाइन 1 और सिविल लाइन 2 के क्वार्टर भी शामिल हैं। साथ ही कोटरा सुल्तानाबाद, श्यामला हिल्स, हमीदिया चिकित्सालय, जीआरपी हबीबगंज, न्यू पुलिस लाइन गोविन्दपुरा, पुरानी जेल परिसर, डेयरी भदभदा, सदर मंजिल और हाथीखाना के क्वार्टर्स की मरम्मत और पुताई इन चार सालों में की गई है।