खुलासा :बीजेपी के आंतरिक सर्वे में 40 फीसदी विधायकों का प्रदर्शन असंतोषजनक
भोपाल
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में अब एक साल का समय रह गया है. ऐसे में राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक आंतरिक सर्वेक्षण के बाद राज्य में बीजेपी के 127 विधायकों के साथ बैठक की, जिसमें लगभग 40 फीसदी विधायकों का प्रदर्शन खराब और असंतोषजनक पाया गया है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश में बीजेपी के 40 विधायकों की रिपोर्ट नकारात्मक है. वहीं विधायकों के साथ बीजेपी के राज्य नेतृत्व की ये बैठक एमपी में 2023 के विधानसभा चुनावों से लगभग एक साल पहले की जा रही है, जो 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले आखिरी बड़ा राज्य चुनाव है. बीजेपी के पदाधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बैठकों को विधायकों को प्रदर्शन में सुधार करने या विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के टिकट से इनकार करने की अंतिम चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है.
खराब प्रदर्शन करने वालों को टिकट नहीं
बीजेपी पदाधिकारियों का कहना है, "चुनाव से बहुत पहले खामियों को दूर करने की कवायद है. लोगों के बीच अपनी धारणा सुधारने के लिए विधायकों को छह महीने का समय दिया जा रहा है. हम स्पष्ट हैं कि गुजरात की तर्ज पर हम खराब प्रदर्शन वाले विधायकों को टिकट नहीं देंगे. पार्टी नए और ऊर्जावान उम्मीदवारों को तरजीह देगी."
उन्होंने बताया, "आंतरिक सर्वेक्षण के आधार पर, प्रत्येक विधायक के रिपोर्ट कार्ड में उनके निर्वाचन क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों, स्थानीय मुद्दों, लोगों के बीच उनके बारे में धारणा और प्रतिद्वंद्वियों द्वारा पेश की गई चुनौती की सूची होती है." एक अन्य बीजेपी नेता ने कहा, "रिपोर्ट कार्ड में स्थानीय बीजेपी नेताओं के नाम भी हैं, जो विधायक से नाराज हैं."
बैठक में विधायकों के साथ इन प्वाइंट्स पर हुई चर्चा
सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ बैठक में मौजूद एक बीजेपी विधायक ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि "सबसे पहले, हमें अपनी कमजोरियों और वोटर्स की राय के बारे में बताया गया. फिर मेरे निर्वाचन क्षेत्र के मुद्दों और पिछले चार वर्षों में प्रदर्शन के बारे में बताया गया. इसके अलावा हमें स्थानीय बीजेपी नेताओं और पार्टी में टिकट के लिए प्रयास कर रहे प्रतिद्वंद्वियों द्वारा हमारे खिलाफ दर्ज की गई शिकायतों के बारे में भी सूचित किया गया था."