भोपाल में अभी कोरोना के 3 एक्टिव केस,आक्सीजन पर स्पेशल फोकस
भोपाल
कोरोना की आहट के बीच स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि हर स्तर पर सतर्कता जरूरी है। भोपाल में अभी भी कोरोना के 3 एक्टिव केस मौजूद हैं। हमीदिया अस्पताल में कुल आक्सीजन प्लांट की क्षमता 2000 एलपीएम है। आॅक्सीजन प्लांट की 24 घंटे जीपीएस के माध्यम से मानिटरिंग की जा रही है। सबसे ज्यादा फोकस मानव संसाधन, अस्पतालों में उपलब्ध बिस्तर, वेंटिलेटर, बच्चों और बड़ों के लिए आइसीयू में उपलब्ध बिस्तर, मेडिकल आक्सीजन की उपलब्धता, रेफरल सेवाएं जैसे साधारण और एडवांस लाइफ सपोर्ट वाली एंबुलेंस, रेमडेसिविर इंजेक्शन मास्क पर रहेगा।
नए साल में कोरोना की RTPCR जांच होगी शुरू
कोरोना के नए वैरिएंट की दस्तक के साथ मरीजों की संख्या बढ़ने की आशंका को देखते हुए प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में कोरोना की आरटीपीसीआर जांच की सुविधा शुरू की जाएगी। इसके लिए 39 जिला अस्पतालों में पीसीआर मशीनें लगाई जा चुकी हैं। नए वर्ष से यह सुविधा शुरू हो जाएगी। स्वास्थ्य आयुक्त डा. सुदाम खाड़े ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को पत्र लिखकर माइक्रोबायोलाजिस्ट और लैब टेक्नीशियन की व्यवस्था करने को कहा है। अभी सिर्फ मेडिकल कालेजों में ही कोरोना की जांच हो रही है। सैंपल भेजने में देरी की वजह से रिपोर्ट आने में विलंब होता है। कोरोना के उपचार के लिए भारत सरकार से मिली राशि से यह लैब तैयार की जा रही हैं। इन्हें जिला लोक स्वास्थ्य प्रयोगशाला नाम दिया गया है। कोरोना के अलावा इन लैब में डेंगू, स्वाइन फ्लू, स्क्रब टायफस समेत अन्य संक्रामक बीमारियों के लिए जिम्मेदार वायरस की भी पहचान हो सकेगी।