एक जनवरी से जबलपुर में शुरू होगा अग्निवीरों का प्रशिक्षण
जबलपुर
अग्निपथ पर चलने के चयनित अग्निवीरों का प्रशिक्षण नए साल की शुरूआत के साथ शुरू हो रहा है। जबलपुर भर्ती क्षेत्र में चयनित युवाओं को देश के अलग-अलग रेजीमेंटल सेंटरों के लिए रवाना कर दिया गया है। जबलपुर के तीन प्रशिक्षण केंद्रों में देश के अन्य भर्ती केंद्रों से चयनित होकर आए अग्निवीरों का प्रशिक्षण होगा। इन सेंटरों पर अग्निवीरों का आना शुरू हो चुका है।
जबलपुर में करीब दो महीने तक चली अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया अब प्रशिक्षण के स्तर पर पहुंच चुकी है। जबलपुर भर्ती केंद्र में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के करीब 415 युवाओं का अंतिम चयन हुआ, जिनको प्रशिक्षण के लिए देश के दूसरे रेजीमेंटल केंद्रों में रवाना किया जा चुका है। इसी तरह से देश के अन्य भर्ती क्षेत्रों से भर्ती अग्निवीर जबलपुर के रेजीमेंटल सेंटरों में आ रहे है। देश के सभी प्रशिक्षण केंद्रों पर अग्निवीरों का प्रशिक्षण एक जनवरी 2023 से एक साथ शुरू हो रहा है। किस भर्ती क्षेत्र के किन अग्निवीरों की ट्रेनिंग कहां से होना है, इसका निर्णय दिल्ली स्थित आर्मी हेडक्वार्टर से लिया जा रहा है।
जबलपुर में यहां होगा प्रशिक्षण
मध्यभारत एरिया के मुख्यालय जबलपुर में तीन ट्रेनिंग सेंटर हैं, जो जैक, ग्रेनेडियर्स और सिग्नल ट्रेनिंग सेंटर 1-एसटीसी में हैं। जबलपुर में भर्ती भले ही 415 अग्निवीरों की हो रही हो, लेकिन यहां प्रशिक्षण 3000 से ज्यादा अग्निवीरों को दिया जाएगा। बता दें कि जबलपुर सेना के जवानों की ट्रेनिंग के सबसे बड़े सेंटरों में शामिल है। तीनों प्रशिक्षण केंद्रों की क्षमता एक-एक हजार से ज्यादा है।
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लगभग 415 युवाओं का अंतिम चयन हुआ था, जिन्हें प्रशिक्षण के लिए अन्य प्रशिक्षण केंद्रों के लिए रवाना कर दिया गया है। जबलपुर के रेजीमेंटल सेंटरों में अन्य भर्ती केंद्रों के अग्निवीर आ रहे हैं। – मेजर नवीन कुमार, सैन्य अधिकारी