डीआईजी के पद पर पदोन्नत होने फसरों की जोड़जुगाड़ शुरू
भोपाल
वर्ष 2009 बैच के जिन आईपीएस अफसरों को डीआईजी के पद पर पदोन्नत करने की केंद्र ने मंजूरी नहीं दी है, वे अफसर इन दिनों पुलिस मुख्यालय से लेकर मंत्रालय तक सक्रिय हो गए हैं। उनका प्रयास है कि एक जनवरी को ही पूरे बैच को डीआईजी के पद पर पदोन्नति दे दिए जाए। इसके चलते वे कई अफसरों से मुलाकात कर चुके हैं।
केंद्र ने जो मंजूरी दी है उसके अनुसार इस बैच के 14 अफसरों को एक जनवरी को डीआईजी के पद पर पदोन्नति मिलना है। जबकि दो अफसरों को साल के बीच में तब पदोन्नति होगी जब डीआईजी रेंक के अफसर रिटायर होंगे। इस तरह इस बैच में 16 अफसरों को ही पदोन्नति का लाभ वर्ष 2023 में मिल सकेगा। बाकी के आठ अफसर इस बैच के वर्ष 2023 में पदोन्नति नहीं पा सकेंगे।
केंद्र से जिन अफसरों को डीआईजी की पदोन्नति दिए जाने की मंजूरी नहीं मिली है। उनमें से कुछ अफसर पुलिस मुख्यालय से लेकर मंत्रालय तक सक्रिय हो गए हैं। इसके चलते वे आला अफसरों से मुलाकात कर चुके हैं। हालांकि अब तक उन्हें बहुत सकारात्मक उत्तर कहीं से नहीं मिला है। फिर भी डीआईजी पदोन्नति के आदेश होने से पहले वे राजनीतिक और प्रशासनिक दोनों तरफ से इसके लिए प्रयास कर रहे हैं कि उनका पूरा बैच डीआईजी बन जाए।
अभी ये बन पा रहे डीआईजी
अभी जो केंद्र से मंजूरी मिली है उसके अनुसार इस बैच के शुरू के 14 अफसर डीआईजी एक जनवरी को बन जाएंगे। रुडोल्फ अल्वारेस के प्रतिनियुक्ति पर जाने का लाभ सविता सोहाने को मिलेगा। तरुण नायक से लेकर सविता सोहाने तक एक जनवरी को डीआईजी हो जाएंगे। इनके बाद मनोज कुमार श्रीवास्तव एक अप्रैल 2023 और डीआर तेनीवार एक जून 2023 को डीआईजी के पद पर पदोन्नत होंगे। इनके बाद के अफसर साकेत पांडे, अमित सांघी, टीके विद्यार्थी, सत्येंद्र कुमार शुक्ला, बीरेंद्र कुमार सिंह, प्रशांत खरे, अतुल सिंह और मनीष कुमार अग्रवाल डीआईजी बनने के लिए प्रयास कर रहे हैं।