Narendra Modi and Heeraben Modi: नरेंद्र मोदी के एक कार्यक्रम में नहीं पहुंची थीं हीराबेन, CM बेटे की इच्छी रह
नई दिल्ली
नरेंद्र मोदी के आम नागरिक से प्रधानमंत्री बनने के सफर की गवाह रहीं हीराबेन मोदी दुनिया से विदा हो चुकी हैं। आज दिल्ली में सरकार का नेतृत्व कर रहे पीएम मोदी मुख्यमंत्री के तौर पर गुजरात की कमान भी संभाल चुके हैं। उन्होंने बताया था कि करीब 22 साल पहले मां ने एक कार्यक्रम में शामिल होने से इनकार कर दिया था। मां के 100वें जन्मदिन के मौके पर लिखे ब्लॉग में पीएम मोदी ने अपनी मां से जुड़े जीवन के कई किस्से साझा किए थे। उन्होंने बताया था कि कैसे हीराबेन एक बार उनके कार्यक्रम में शामिल नहीं हुई थीं। इतना ही नहीं उन्होंने तत्कालीन सीएम मोदी को कुछ खास लोगों को कार्यक्रम में बुलाने की सलाह भी दी थी।
पीएम मोदी ने लिखा, 'जब मैं सीएम बना था तो मेरे मन में इच्छा थी कि अपने सभी शिक्षकों का सार्वजनिक रूप से सम्मान करूं। मेरे मन में ये भी था कि मां तो मेरी सबसे बड़ी शिक्षक रही हैं, उनका भी सम्मान होना चाहिए। हमारे शास्त्रो में कहा भी गया है माता से बड़ा कोई गुरु नहीं है- ‘नास्ति मातृ समो गुरुः’। इसलिए मैंने मां से भी कहा था कि आप भी मंच पर आइएगा। लेकिन उन्होंने कहा कि “देख भाई, मैं तो निमित्त मात्र हूं। तुम्हारा मेरी कोख से जन्म लेना लिखा हुआ था। तुम्हें मैंने नहीं भगवान ने गढ़ा है।”। ये कहकर मां उस कार्यक्रम में नहीं आई थीं। मेरे सभी शिक्षक आए थे, लेकिन मां उस कार्यक्रम से दूर ही रहीं।'
उन्होंने आगे लिखा, 'लेकिन मुझे याद है, उन्होंने उस समारोह से पहले मुझसे ये जरूर पूछा था कि हमारे कस्बे में जो शिक्षक जेठाभाई जोशी जी थे क्या उनके परिवार से कोई उस कार्यक्रम में आएगा? बचपन में मेरी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई, मुझे अक्षरज्ञान गुरुजी जेठाभाई जोशी जी ने कराया था। मां को उनका ध्यान था, ये भी पता था कि अब जोशी जी हमारे बीच नहीं हैं। वो खुद नहीं आईं लेकिन जेठाभाई जोशी जी के परिवार को जरूर बुलाने को कहा।'
100 वर्ष की आयु में निधन
हीराबेन मोदी ने शुक्रवार को गुजरात के अहमदाबाद स्थित अस्पताल में अंतिम सांस ली। हालांकि, अस्पताल ने जानकारी दी थी कि उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। बुधवार को ही उन्हें बिगड़ती तबीयत के चलते भर्ती कराया गया था। खबर है कि पीएम मोदी ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं और गुजरात पहुंच रहे हैं।