UP Covid Update: सैंपल कलेक्शन पर सरकार का फोकस, जानिए हर दिन के लिए क्या रखा टारगेट
लखनऊ
उत्तर प्रदेश में लखनऊ कोविड सैंपलिंग लगभग दोगुनी हो गई है, जबकि टेस्ट पॉजिटिविटी रेट (टीपीआर) कम रहने के बावजूद संक्रमण के लिए परीक्षण कराने वाले सभी लोगों के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग सुनिश्चित की जा रही है। अधिकारियों के दावों के मुताबिक दिसंबर के तीसरे सप्ताह तक औसत सैंपल कलेक्शन 27,000 था और अब इसे बढ़ाकर 50,000 प्रतिदिन कर दिया गया है। इस बीच डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को जिलाधिकारियों के साथ समन्वय रखने के साथ ही आईसीयू, आइसोलेशन वार्ड और वेंटिलेटर को जरूरतमंदों के लिए तैयार रखने का निर्देश दिया है।
आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में टीपीआर 0.01 था क्योंकि पांच लोगों ने 47,000 से अधिक परीक्षणों (23,000 से अधिक आरटी-पीसीआर परीक्षणों सहित) में सकारात्मक परीक्षण किया। राज्य निगरानी अधिकारी डॉ विकासेंदु अग्रवाल ने कहा कि कोविड के लिए सकारात्मक परीक्षण करने वाले प्रत्येक रोगी का नमूना जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाता है। वर्तमान में राज्य में जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए 20 नमूने टेस्ट के लिए भेजे गए हैं।
यूपी में वर्तमान में 47 मामले एक्टिव मार्च 2020 में महामारी शुरू होने के बाद से अब तक, उत्तर प्रदेश ने 12,69,78,771 नमूनों का परीक्षण किया है। अग्रवाल ने कहा, "वर्तमान में राज्य में 47 सक्रिय मामले हैं।" कुछ देशों में कोविड स्पाइक और नए साल के लिए विदेशी यात्रियों की भीड़ के मद्देनजर परीक्षण में तेजी आई है। विशेषज्ञों ने कहा कि राज्य या देश से बाहर यात्रा करने वाले लोगों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे होम आइसोलेशन में रहें। डॉ अभिषेक शुक्ला, महासचिव, एसोसिएशन ऑफ इंटरनेशनल डॉक्टर्स ने कहा कि, "एक बार जब वायरस किसी व्यक्ति को संक्रमित कर देता है, तो लक्षण दिखने में कुछ दिन लगते हैं। इसलिए अगर लोग खुद से होम आइसोलेशन में रहते हैं, तो यह संक्रमण के प्रसार को रोकने का सबसे अच्छा तरीका होगा।" मरीजों की ट्रेसिंग के काम में तेजी लाने की अव्वल लखनऊ में संपर्क ट्रेसिंग तेज कर दी गई है। पहले 30 लोगों तक के बजाय अब प्रत्येक सकारात्मक मामले के लिए कम से कम 50 लोगों को ट्रैक किया जाएगा।
7 दिसंबर को 'शून्य कोविड' का दर्जा मिलने के बाद से राज्य की राजधानी में पांच सक्रिय कोविड मामले हैं। लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ. मनोज अग्रवाल ने कहा, "संपर्क ट्रेसिंग बढ़ने से हमें किसी भी कोविड पॉज़िटिव मामले का शुरुआती चरण में ही पता लगाने में मदद मिलेगी।" डिप्टी सीएम पाठक ने दिए ये निर्देश उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य अधिकारियों को यूपी में एक केंद्रित नमूना संग्रह अभियान के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कि नमूने के लिए बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डे, सार्वजनिक स्थानों और तिपहिया वाहनों के चालकों को शामिल करें। मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को जिलाधिकारियों के साथ समन्वय करना चाहिए आईसीयू, आइसोलेशन वार्ड और वेंटिलेटर तैयार करें ताकि वे जरूरतमंद मरीजों के लिए उपलब्ध हों।