भव्या शर्मा हत्याकांड : शराब पिलाकर तीसरे पति ने उतारा था मौत के घाट, दूसरे पति से बात करना नहीं था बर्दाश्त
गाजियाबाद
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में 25 दिसंबर को हुए भव्या शर्मा हत्याकांड का खुलासा आज बुधवार को यूपी पुलिस ने कर दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार भव्या शर्मा ने तीन शादियां की थीं और दो बार अपना धर्म भी बदला था। बताया जा रहा है कि वारदात वाले दिन तीसरे पति विनोद शर्मा ने भव्या को अपने दूसरे पति से फ़ोन पर बात करते हुए देख लिया था। जिससे नाराज होकर विनोद शर्मा ने चाकू घोंपकर उसकी हत्या कर दी। Expand रात में इंदौर से लौटी, सुबह पाई गई मृत भव्या दरअसल, गाज़ियाबाद के विजयनगर थाना क्षेत्र स्थित वृंदावन एन्क्लेव में विनोद शर्मा अपनी पत्नी भव्या शर्मा और पुत्र आदिल संग रहता था। बीते 26 दिसंबर की सुबह भव्या शर्मा मृत अवस्था में मिली। विनोद के मुताबिक, 25 दिसंबर को भव्या इंदौर से लौटी थी। रात में उसने शराब पी, खाना खाया और सो गई। इसके बाद 26 दिसंबर की सुबह वो मृत पाई गई। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया तो शरीर पर चाकू की चोट का निशान मिला। जानकारी अनुसार आरोपी युवती की मौत मामले में अलग-अलग बयान दे रहा था। इसी पर पुलिस अधिकारियों को शक हुआ। इसके बाद जब पुलिस ने विनोद से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारा जुर्म कबूल लिया।
दूसरे पति से बात करना नहीं हुआ बर्दाश्त बता दें कि विनोद शर्मा मूलत: गुरुग्राम का रहने वाला है। उसने पुलिस को दिए बयान में बताया कि 4 साल पहले उसकी शादी भव्या शर्मा से हुई थी। भव्या बताती थी कि वो आयुर्वेदिक दवाओं की सप्लाई चेन से जुड़ी हुई है। ये बताकर अक्सर वो घर से बाहर रहती थी। विनोद का कहना है कि वो भव्या के पैसों से ही परिवार चलाता था। बेटे आदिल को स्कूल छोड़ना और लाना, घर का सारा काम वही करता था। इसके बाद घटना की जानकारी देते हुए विनोद ने बताया कि 24 दिसंबर की रात भव्या ने उसको वीडियो कॉल की। इस दौरान भव्या के साथ उसका दूसरा पति अनीस भी था। अनीस ने वीडियो कॉल पर ही विनोद को जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद भव्या जब 25 दिसंबर को घर आई तो इस बात को लेकर लड़ाई हुई। विनोद की आपत्ति थी कि अब भव्या अपने दूसरे पति से क्यों मिलती है।
शराब पिलाकर उतारा मौत के घाट बता दें कि दुसरे पति को लेकर विनोद और भव्या के बीच हुए झगडे के बाद 25 दिसंबर को ही भव्या ने शराब पी और फिर खाना खाया। इस दौरान विनोद ने भव्या को जानकार अधिक मात्रा में शराब पिलाई। उसके बाद विनोद ने बेटे आदिल को खिलौने खरीदने के लिए मार्केट में भेज दिया। फिर जब भव्या नशे में अपना होश तकरीबन खो ही चुकी थी तभी विनोद पीछे से किचन वाला चाकू लेकर आया और पेट में मारकर भव्या की हत्या कर दी। भव्या उस वक्त गहरे नशे में थी। पुलिस को गुमराह करने की थी कोशिश विनोद कितना शातिर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विनोद ने जान-बूझकर उसी कट के निशान के पास चाकू घोंपा जहाँ भव्या का कुछ साल पहले हुए पेट के ऑपरेशन का निशान था, ताकि लोगों को कट का पता नहीं चल सके। हत्या के बाद विनोद ने भव्या के कपड़े चेंज करके वॉशिंग मशीन में डाल दिए। उसका मोबाइल भी मशीन के अंदर डाल दिया। जबकि चाकू से खून पोंछकर अलमारी के पीछे रख दिया। यही नहीं बल्कि भव्या का बेटा आदिल जब घर लौटा तो विनोद ने कहा कि तेरी मम्मी सो रही है।