निवास नगर परिषद के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा टिंचिंग ग्राउण्ड में पड़े कचरे से बनवा दिया रैम्प
टिंचिंग ग्राउण्ड के कचरे को अलग अलग न कर बनवा दिया रैम्प
जबलपुर
गौरतलब है कि राज्य सरकार व केंद्र सरकार लगातार स्वछ भारत मिशन योजना के अंतर्गत पूरे देश में जिम्मेदार अधिकारियों को साफ सफाई को लेकर निर्देशित किया गया है वहीं वर्तमान में मंडला जिले के विकासखंड मुख्यालय नगर परिषद निवास में मुरुम की जगह गीला सूखा कचरा का उपयोग टिंचिग ग्राउंड में अधिकारियों द्वारा करवाया जा रहा है। तथा निवास नगर परिषद में स्वच्छता सर्वेक्षण को यहां पदस्थ प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी और उपयंत्री ने स्वच्छता नोडल अधिकारी मजाक बना कर रखे हुए है। वहीं वरिष्ठ अधिकारियों को हर बात की जानकारी होने के बाद भी कोई कार्यवाही न किया जाना और आँख कान बंद किये बैठा रहना इस बात को उजागर कर रहा है। कि इन सब मे इनका भी अप्रत्यक्ष रूप से लापरवाही में इनका भी सहयोग है। ऐसा नही है कि इस बात की जानकारी जिले से लेकर जबलपुर के कार्यपालन यंत्री ,जोइड डारेक्टर , पीआईयू ,कमिश्नर ,सभी को है उसके बाद भी कोई कार्यवाही न होना समझ के परे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार टिंचिंग ग्राउण्ड का कचरा को अलग अलग न करने की खबर पूर्व में भी प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी। जिसके बाद इन्होंने कचरा जलवा दिया था जिसकी जांच भी अधिकारियों द्वारा की गई उसके बाद भी यहां पदस्थ प्रभारी सीएमओ के द्वारा कचरे को मल उपचारित प्लांट का रैम्प बनाने में लगा दिया। बता दें की टीम ने जाकर देखा तो युद्ध स्तर से रैम्प बनाने का काम टिंचिंग ग्राउण्ड में पड़े कचरे से चल रहा था और उसके ऊपर से मुरुम डाल कर ढकने का काम किया गया ।
दरअसल शुक्रवार को मल उपचारित प्लांट के पास रैम्प न होने के कारण स्लज बाहर खाली किया गया था। वहीं कर्मचारियों द्वारा मवेशियों को जला कर मिट्टी से पूर दिया जाता है या खुला गढ्ढा में छोड़ दिया जाता है जिससे क्षेत्र में उस के प्रदूषण से कई तरह की बीमारियां फैलने की संभावना बनी हुई है। जिसका मुद्दा प्रमुखता से उठाया था उस मामले को छिपाने के लिए आनन फानन में नगर परिषद निवास के जिम्मेदार अधिकारियों ने जेसीबी टेक्टर लगा कर टिंचिंग ग्राउण्ड मिक्स गीला , सूखा ,सेनेटरी,पेड़ ,हानिकारक पेड़,डायपर, प्लास्टिक ,पोलोथिन ,कपड़ा,सभी प्रकार का कचरा नीचे डलवा कर ऊपर से मुरुम डलवा दिया गया है यह जांच का विषय है।