कॉलेजों को RGPV से मिली संबद्धता, बीफार्मा और डीफार्मा में 18 हजार 50 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिये
भोपाल
तकनीकी शिक्षा विभाग ने फार्मेसी कोर्स की काउंसलिंग पर विराम लगा दिया है। बीफार्मा और डीफार्मा में 18 हजार 50 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिये हैं। इसमें वे विद्यार्थी भी शामिल हैं, जिन्होंने काउंसलिंग खत्म होने के पांच घंटे पहले राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा संबद्धता मिलने के बाद काउंसलिंग में जोड़ने पर दाखिले लिये हैं। ऐसे कॉलेजों की संख्या करीब आधा दर्जन बताई गई है। समर्थ को दोष नहीं गोसार्इं जैसे कुछ कहावतें प्रदेश के फार्मेसी कालेजों पर सटीक बैठक रही हैं। क्योंकि आधा दर्जन कालेजों के फार्मेसी कोर्स को कल काउंसलिंग खत्म होने के सात घंटे पहले आरजीपीवी द्वारा संबद्धता जारी की गई। संबद्धता मिलने के बाद रात आठ बजे तकनीकी शिक्षा विभाग ने उक्त कालेजों को आनलाइन काउंसलिंग में जोडा। इसके बाद कालेजों में चार घंटे में आनलाइन प्रवेश कराए गए। हालांकि इतनी जद्दोजहद के बाद रात 12 बजे तक उक्त कालेजों को आधा-आधा दर्जन से ज्यादा विद्यार्थियों के प्रवेश नहीं मिल सके हैं। इससे उन्हें विद्यार्थियों की अध्ययन व्यवस्था करने के लिऐ पूरा खर्चा उठाना होगा।
इसलिये बढाई गई थी तिथि
विभाग के पूर्व आदेश के तहत काउंसलिंग 29 दिसंबर को समाप्त होना थी, लेकिन उक्त कालेजों को काउंसलिंग में शामिल कराने के लिये काउंसलिंग का एक दिन बढाया गया। काउंसलिंग समाप्त होने के सात घंटे पहले तक प्रभावी लोगों ने आरजीपीवी ने संबद्धता जारी करा ली। इसके दस्तावेज विभाग भेजकर प्रवेश की लिंक ओपन कराकर सीएलसी के माध्यम से विद्यार्थियों के प्रवेश करा लिए।
कालेजों द्वारा मापदंड पूर्ण होने पर संबद्धता जारी की जाती है। उक्त कालेजों ने अपने दस्तावेज पूर्ण किए होंगे तो उनकी संबद्धता रोकी नहीं जा सकती है। प्रवेश कराने का कार्य विभाग करता है। विवि सिर्फ प्रवेश विद्यार्थियों का नामांकन
करता है।
प्रो. सुनील कुमार गुप्ता, कुलपति, आरजीपीवी