अय्याशी और अपने शौक पूरे करने, जिंदा को मृत बता 11 करोड़ का किया था गबन,अब पुलिस की गिरफ्त में
सिवनी.
मध्य प्रदेश पुलिस (Madhya Pradesh Police) ने 11 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का गबन (Scam) करने वाले एक फरार आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल की है. गबन का यह मामला काफी चर्चित रहा है. आरोपी ने तहसील में नाजिर के पद पर रहते हुए इस गबन को अंजाम दिया था. उसने जिंदा लोगों को मृत बताकर सरकारी सहायता की करोड़ों रुपये की राशि का घोटाला किया था. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर गबन की गई राशि को बरामद करने का प्रयास कर रही है. आरोपी ने मौज मस्ती के लिए यह गबन किया था.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसके मरावी ने बताया कि गबन का यह मामला सिवनी की केवलारी थाना इलाके में हुआ था. 11 करोड़ रुपये से अधिक राशि के गबन के मामले के मुख्य आरोपी सचिन दहायत को केवलारी पुलिस ने नागपुर से गिरफ्तार किया है. मुख्य आरोपी सचिन दहायत केवलारी तहसील में नाजीर के छोटे से पद में पदस्थ है. आरोपी ने आकस्मिक मृत्यु होने पर शासन की ओर से योजना तहत दी जाने वाली क्षतिपूर्ति राशि में 11 करोड़ से अधिक राशि का गबन किया गया था.
पुलिस आरोपी से गबन की राशि वसूलने का प्रयास कर रही है
मरावी ने बताया कि यह आरोपी जिंदा लोगों को मृत दर्शाकर और वर्षों पहले मर चुके लोगों के नाम पर क्षतिपूर्ति केस बना कर शासन की राशि का गोलमाल करता था. पुलिस ने बताया है आरोपी अय्याशी और अपने शौक पूरा करने के लिए यह फर्जीवाड़ा करता था. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ रही है. पुलिस आरोपी की ओर से गबन की गई राशि को वसूल करने के प्रयास कर रही है. गबन के इस केस में कई लोगों के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है.
279 जिंदा लोगों को मृत बताकर 11 करोड़ 16 लाख का गबन किया गया था
उल्लेखनीय है कि सिवनी जिले के केवलारी में हुआ यह घोटाला काफी समय से चर्चा में है. इस घोटाले में 279 जिंदा लोगों को मृत बताकर 11 करोड़ 16 लाख रुपए का गबन किया गया था. आरोपी ने सरकारी योजना में सेंध लगाकर बड़ी राशि हड़प कर सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगा डाला था. इस मामले में बाद में केवलारी के तहसीलदार हरीश लालवानी के निर्देश पर सहायक ग्रेड 3 कर्मचारी सचिन दहायत के खिलाफ पुलिस थाने में केस दर्ज कराया गया था. मामला दर्ज होने के बाद से मुख्य आरोपी फरार हो गया था.