चीन के सहयोग से बना नेपाल का तीसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने किया उद्घाटन
काठमांडू
नेपाल में रविवार को प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने देश के तीसरे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। चीन के सहयोग से यह हवाई अड्डा पोखरा में बनाया गया है। नेपाल के पश्चिमी भाग में स्थित पोखरा देश का लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। हवाई अड्डे का निर्माण चीन के वन बेल्ट-वन रोड अभियान के तहत किया गया है। इस हवाई अड्डे के निर्माण के लिए चीन ने आसान शर्तों पर नेपाल को 21.5 करोड़ डालर का कर्ज दिया है। उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री प्रचंड ने कहा, जमीनी सीमाओं से घिरे देश के लिए हवाई संपर्क विदेश से आवागमन का प्रमुख जरिया होता है। पोखरा में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा शुरू होने से हमारा बाहरी दुनिया से संपर्क मजबूत होगा।
फरवरी से उड़ानों का आवागमन हो जाएगा शुरू
प्रचंड ने चीन सरकार से अनुरोध किया कि वह नेपाल का चीन से संपर्क बढ़ाने के लिए रेलवे लाइन और अन्य परियोजनाओं के विकास में सहयोग दे। उन्होंने कहा, उनकी सरकार देश में सामाजिक न्याय, सुशासन और लोगों की संपन्नता के लिए कार्य करेगी। उद्घाटन समारोह में उप प्रधानमंत्री व वित्त मंत्री विष्णु पौडेल और चीनी दूतावास के प्रभारी वांग शिन भी उपस्थित थे। वांग ने निकट भविष्य में नेपाल और चीन के बीच दो व्यापार मार्ग खोले जाने का वादा किया।
संभावना है कि फरवरी के दूसरे सप्ताह से पोखरा से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का आवागमन शुरू हो जाएगा। कुछ महीने पहले तक काठमांडू का त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा ही देश का इकलौता चालू हवाई अड्डा था जहां पर विदेश से उड़ान आती और जाती थीं। सिद्धार्थनगर स्थित हवाई अड्डे का मई 2022 में स्तर बढ़ाकर उसे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाया गया है।