ऑटो चालक के बालक की 25 लाख की सरकारी मदद एवं जनसहयोग से हुई बोनमेरो ट्रांसप्लांट सर्जरी
लाभान्वित परिवार ने स्कूल शिक्षा मंत्री परमार से भेंट कर जताया आभार
भोपाल
खून न बनने की बीमारी थेलेसिमिया से पीड़ित शुजालपुर निवासी 7 वर्षीय बालक विनायक परमार के परिजनों ने शासकीय सहायता एवं जनसहयोग से 25 लाख रुपए के ऑपरेशन के सफल होने के बाद मदद करने वाले स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार के निवास पर पहुँचकर धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही परिजन रोगी सेवा केंद्र हेल्प फॉर यू पर भी पहुँचे और जन सहयोग की मुहिम चलाकर बच्चे का समय पर उपचार कराने के लिए आभार जताया।
गौरतलब है कि शुजालपुर के वार्ड क्रमांक 3 में रहने वाले ऑटो चालक संतोष परमार के 7 वर्षीय बालक विनायक को खून न बनने की थैलेसीमिया बीमारी थी। हर 15 दिन में खून चढ़ाने की जरूरत पड़ती थी और परिवार के पास केवल 6 हजार रुपए मासिक कमाई का ही जरिया था। बालक विनायक के स्थाई इलाज के लिए बोनमैरो ट्रांसप्लांट के लिए कलेक्टर शाजापुर दिनेश जैन से रेडक्रॉस मद से मिली 25 हजार की सहायता से नवंबर 2020 में परिवार ने बड़ी बेटी चुनचुन एवं रोग ग्रसित विनायक के एचएलए की जाँच कराई। जाँच में बोनमेरो मैच होने के बाद इलाज में करीब 25 लाख रुपए का खर्चा आना बताया गया।
भाई की जान बचाने के लिए बहन अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर बोनमेरो देने के लिए तैयार थी, लेकिन परिवार के पास इलाज के पैसों की व्यवस्था नहीं थी। स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री परमार ने मप्र सरकार के वर्ष 2016 में मानव सेवा के लिए रहीम राज्य सम्मान से सम्मानित शुजालपुर के निशुल्क रोगी सेवा केंद्र हेल्प फॉर यू को मार्गदर्शन किया। जिसके बाद कोल इंडिया कंपनी के सीएसआर मद से 10 लाख, शुजालपुर विधायक एवं राज्यमंत्री इन्दर सिंह परमार की पहल पर मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान से 2 लाख तथा व्यक्तिगत 3 लाख कुल 5 लाख, सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी की अनुशंसा पर प्रधानमंत्री सहायता कोष से 3 लाख, रेड क्रॉस शाजापुर से 50 हजार की सहायता मिली। 1 लाख 4 हजार की राशि 40 लोगो ने जनसहयोग से एवं शेष राशि करीब 4 लाख समाजसेवी गीत बिंदल ने सामाजिक संस्था के माध्यम से सुलभ कराई। 21 अगस्त को ऑपरेशन के लिए बेंगलुरु के शासन चिन्हित मजूमदार शासकीय अस्पताल में भर्ती होकर बालक विनायक उपचार के बाद 30 दिसंबर को शुजालपुर वापस आया। स्वस्थ होकर लौटे विनायक एवं उसके परिवार ने सोमवार को मदद के लिए स्कूल शिक्षा मंत्री इन्दर सिंह परमार के निवास पर पहुँचकर आभार जताया। राज्य मंत्री परमार ने परिजनों को आगे भी मदद के लिए आश्वस्त किया। विनायक के पिता संतोष परमार ने विपत्ति के समय मध्य प्रदेश सरकार, केंद्र सरकार एवं रेड क्रॉस सोसायटी के साथ सभी जनसहयोग के लिए कृतज्ञता ज्ञापित की।