Women Safety के लिए युवक ने किया अविष्कार, बदमाशों को लगेगा 440 वोल्ट का झटका, जानिए Device की खासियत
पटना
केंद्र और राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता है, सरकार इस दिशा में लगातार काम कर रही है। वहीं अब पटना के रहने वाले 16 वर्षीय शशांक ने महिला सुरक्षा के मद्देनज़र एक उपकरण बनाया है, जो कि महिला की सुरक्षा करेगा और बदमाशों को 440 वॉल्ट का झटका लगेगा। ज्ञान निकेतन स्कूल में 9वें क्लास में पढ़ रहे शशांक ने वोमेन सेफ्टी के लिए बनाए गए डिवाइस का नाम 'स्मार्ट सेफ्टी प्रोटेक्टर' रखा है। शशांक का कहना है वह इस तरह की डिवाइस बनाते रहना चाहते हैं, जिस्से समाज के लोगों की मदद की जा सके। आइए विस्तार से जानते हैं कि शशांक को ये आईडिया कैसे आया और कितने दिनों में उन्होंने डिवाइस को तैयार किया है, इसकी क्या-क्या खासियत है।
डिवाइस में हैं बटन से ऑपरेट होने वाले 3 फीचर्स शशांक द्वारा बनाए गए सेफ्टी डिवाइस में बटन से ऑपरेट होने वाले तीन फीचर्स हैं। इस डिवाइस का सबसे अहम फीचर है लोकेशन सेंड करने का। अगर आपको लगे की कोई आपको पीछा कर रहा है तो आप पहला बदन दबा दें। ऐसा करने से फैमिली और पुलिस के पास हिंदी और इंग्लिश भाषा में लाइव लोकेशन और मैसेज चला जाता है। 15 सेकंड में अपडेट होते रहता है जिसके की आपको लाइव ट्रैक कर सकते हैं।
दर प्राप्त करें वोमेन सेफ्टी डिवाइस का दूसरा फीचर क्या है ? वोमेन सेफ्टी डिवाइस का दूसरा फीचर कॉल करने का है। सामने वाला बदमाश आपके साथ बदतमीजी कर रहा है, या गाली बोल रहा हो या फिर कुछ डिमांड कर रहा है। तो आप दूसरा बटन दबा दें ऐसा करने से कॉल पुलिस और परिवार के पास जाता है, गौरतलब है कि यह कॉल ऑटोमेटेकली रिकॉर्ड भी हो जाता है। बाद में उस कॉल रिकॉर्डिंग को प्रूफ के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। शशांक के वोमेन सेफ्टी डिवाइस में सबसे शानदार फीचर शॉक लगाने वाला है। आपको लगे की कोई अटैक करने वाला है तो तीसरा बटन दबा दें।
इसके दबाते ही 440 वोल्ट का एक करंट प्रवाह होगा जो कि करीब 15 मिनट तक के लिए बदमाश को बेहोश कर देगा। आपके पास वहां से भागने के लिए इतना वक्त काफी रहेगा। 6 महीने की मेहनत लाई रंग शशांक की मानें तो रोज़ाना शोषण की खबरें देखते-देखते उन्हों सोचा कि एक ऐसा डिवाइस बनाए जो तकनीक औऱ इजाद पर आधारित हो और उसे आसानी से साथ में कैरी कर सकें। इसी आइडिया पर रिसर्च करते हुए शशांक को स्मार्ट सेफ्टी प्रोटेक्टर बनाने का खयाल आया। 6 महीने की मेहनत रंग लाई और शशांक ने डिवाइस तैयार कर लिया। रिचार्जेबल लिथियम आयन बैटरी पर यह डिवाइस काम करता है।