ताइवान क्षेत्र में अमेरिका ने भेजा अपना युद्धपोत, तमतमा उठा ड्रैगन; जानें- क्यों?
वाशिंटन
चीन और ताइवान में चल रही तनातनी के बीच संवेदनशील ताइवान जलडमरूमध्य से एक अमेरिकी युद्धपोत रवाना हुआ है,जिसे देखकर चीन तिलमिला उठा है। हालांकि, अमेरिकी सेना इसे नियमित गतिविधि कह रही है।
हाल के वर्षों में कई अमेरिकी युद्धपोत ब्रिटेन और कनाडा जैसे मित्र राष्ट्रों के युद्धपोत के साथ ताइवान जलडमरूमध्य से होकर गुजरे हैं। इससे चीन का गुस्सा भड़क उठा है। चीन ताइवान पर अपना दावा करता रहा है और वहां की लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को नकारता रहा है।
अमेरिकी सेना ने एक बयान में कहा है कि आर्ले बर्क-क्लास की गाइडेड मिसाइल विध्वंसक युद्धपोत चुंग-हून ने गुरुवार को ताइवान स्ट्रेट से पार किया है। बयान में कहा गया है, "ताइवान जलडमरूमध्य के बीच से चुंग-हून का ट्रांजिट इस बात को रेखांकित करता है कि अमेरिका इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को एक खुले और स्वतंत्र क्षेत्र के रूप में मानने को प्रतिबद्ध है।"
उधर, वाशिंगटन में चीनी दूतावास के प्रवक्ता लियू पेंग्यू ने भी एक बयान जारी किया है। उस बयान में चीन ने दृढ़ता से अमेरिका के इस कदम का विरोध किया और संयुक्त राज्य अमेरिका से आग्रह किया कि ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता को कम करने और इलाके में तनाव को बढ़ाना बंद करे।
चीनी दूतावास के बयान में कहा गया है, "अमेरिकी युद्धपोत नौवहन की स्वतंत्रता के नाम पर बार-बार अपनी ताकत दिखाते हैं। यह क्षेत्र को स्वतंत्र और खुला रखने के बारे में सही कदम नहीं है।"