अब कब होगी MCD की बैठक, कैसे होगा मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव? LG ऑफिस ने बताई पूरी प्रक्रिया
नई दिल्ली
दिल्ली नगर निगम (MCD) की पहली बैठक में शपथ ग्रहण के दौरान बवाल हो गया था। सदन में हुए इस विवाद के कारण पार्षदों का शपथ ग्रहण नहीं हो पाया। कल हुई बैठक में सिर्फ पांच ऐसे मनोनीत पार्षद थे जिन्होंने शपथ ली थी। सदन की पहली बैठक स्थगित होने के बाद कई सवाल बार-बार सामने आ रहे हैं। आगे क्या होगा? अब मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव कब होगा? दिल्ली के उपराज्यपाल कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि, सदन की अगली बैठक होने में वक्त लगेगा, क्योंकि पीठासीन अधिकारी की फिर से नियुक्ति की जाएगी और ये सारी प्रक्रिया दोबार करने में काफी समय लगेगा। चूंकि शपथ ग्रहण की जिम्मेदारी पीठासीन अधिकारी की ही होती है।
कैसे होती है पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति?
दिल्ली एलजी कार्यालय के एक अधिकारी ने पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति प्रक्रिया के बारे में विस्तार से समझाया। अधिकारी ने बताया कि, पिछली पीठासीन अधिकारी, सत्या शर्मा की नियुक्ति बस 6 जनवरी को पहली बैठक के लिए की गई थी। सदन की बैठक स्थगित होने के बाद शपथ के लिए फिर से पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति करनी पड़ेगी। अधिकारी ने बताया कि, प्रक्रिया की शुरुआत एमसीडी के सचिव करेंगे जिसमें वो नामों की सूची कमिश्नर ऑफिस में भेजेंगे। कमिश्नर ऑफिस उन नामों को शहरी विकास विभाग के पास भेजेगा। मनीष सिसोदिया इस फाइल को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के पास भेजेंगे। केजरीवाल के बाद पीठासीन अधिकारी के नामों वाली फाइल को अंत में एलजी के पास भेजा जाएगा। एलजी निर्णय लेंगे कि, पीठासीन अधिकारी कौन होगा। पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति के बाद ही मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होगा।
प्रक्रिया में कितना समय लगेगा
नाम ना बताने की शर्त पर एलजी कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि, यह निश्चित नहीं कि, कितना समय लग सकता है, लेकिन इस प्रक्रिया को पूरा होने में की दिन लगेंगे। सत्या शर्मा के साथ ही पहली बैठक में शपथ लेने वाले पार्षद तत्काल प्रभाव से पार्षद कार्यालय में बैठने लगेंगे।
कैसे होगा मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव?
पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति के बाद सदन की अगली बैठक होगी। इस बैठक में सभी पार्षदों का शपथ दिलाई जाएगी। पार्षदों के शपथ लेने के बाद मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। सदन की अगली बैठक कब होगी इसे लेकर अधिकारियों ने बताया कि, पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति प्रक्रिया में काफी समय लगेगा। नियुक्ति के बाद ही अगली बैठक हो पाएगी। एमसीडी सचिवालय के एक अधिकारी ने बताया कि, सामान्य रूप में पहली बैठक के बाद नए सदस्य अपना पद ग्रहण करते हैं जबकि पुराने सदस्य पद छोड़ देते हैं। अब नए निगम के अस्तित्व में आने तक समिति की शक्तियां विशेष अधिकारी अश्विनी कुमार के पास रहेंगी।
एमसीडी के एक प्रवक्ता ने बताया कि, निगम की प्रक्रिया मई से जिस तरह चल रही थी अब मेयर का चुनाव होने तक इसी तरह चलेगी। प्रवक्ता ने बताया कि, स्थायी समिति और सदन की सभी फाइलें विशेष अधिकारी को भेजी जाती रहेंगी।
अगली मीटिंग में मुस्तैद होंगे ज्यादा मार्शल
एक अधिकारी ने बताया कि, सदन की अगली बैठक में ज्यादा सुरक्षाकर्मी और मार्शल तैनात किए जाएंगे। उन्होंने कहा,"हमें उम्मीद है कि अगली बैठक में शांति कायम रहेगी लेकिन सदन की शांतिपूर्ण कार्यवाही के लिए हम सुरक्षा बढ़ाकर रखेंगे"