गजवा-ए-हिन्द: स्लीपर सेल की खेप तैयार कर रहा था मरगूब, NIA की चार्जशीट में कई बड़े खुलासे
पटना
गजवा-ए-हिन्द मामले में फुलवारीशरीफ के रहने वाले मरगूब उर्फ दानिश के खिलाफ एनआईए ने शुक्रवार को पटना की विशेष अदालत में चार्जशीट दायर कर दी। चार्जशीट में मरगूब पर देश विरोधी गतिविधियों समेत अन्य धाराएं लगाई गई हैं। मरगूब फुलवारी के मुनीर कॉलोनी में रहकर पाकिस्तान और बांग्लादेश समेत कई देशों के संदिग्धों से वाट्सएप ग्रुप के जरिए जुड़ा था। इस ग्रुप में शामिल देश विरोधी ताकतों की मंशा भारत के खिलाफ जेहाद छेड़ने की थी। मरगूब को गुप्त सूचना पर फुलवारीशरीफ से गिरफ्तार किया था।
एनआईए का कहना है कि पटना के फुलवारी शरीफ इलाके के मरगूब अहमद दानिश उर्फ ताहिर अहमद ने बीडी गजवा-ए-हिंद नाम का एक और ग्रुप बनाया था और सोशल मीडिया की जरिए इस ग्रुप से बांग्लादेशी नागरिकों को भी जोड़ा था। लंबी जांच पड़ताल और सबूतों को एकत्रित करते हुए एनआईए ने कहा कि उसका मकसद आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देना था। अतहर परवेज और जलालुद्दीन के खिलाफ दर्ज केस के मुताबिक, उनकी गिरफ्तारी 11 जुलाई को की गई थी। इस बाबत गुप्त सूचना मिली थी कि 12 जुलाई के प्रधानमंत्री के बिहार आगमन के दौरान कुछ संदिग्ध फुलवारी शरीफ में जुटने वाले हैं। इस सूचना की जांच के बाद की गई छापेमारी में परवेज और जलालुद्दीन की गिरफ्तारी हुई
सोशल मीडिया के जरिए ब्रेनवॉश
एनआईए के दर्ज मामले के मुताबिक, जांच में पता चला कि मरगूब उर्फ ताहिर उर्फ दानिश देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त है। वह सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए कई देशों के आतंकी संगठनों से जुड़ा है। वह गजवा ए हिंद नाम के वाट्सएप ग्रुप का एडमिन है। यहां वह नौजवानों को देश के खिलाफ भड़काने और उनका ब्रेनवॉश करने का काम किया करता था।