Bihar Weather News: ‘सर्दी का सितम’ जारी, ठंड से बचाने के लिए भगवान को पहनाए गए गर्म कपड़े
बिहार
बिहार में ठंड का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है, 10 जनवरी तक कनकनी बढ़ने के आसार हैं। ठंड से बचने के लिए प्रदेश के सभी जिलों में प्रशासन की तरफ़ उलाव जलाने की व्यवस्था की गई है। यूं कह लीजिए की सर्दी के सितम से बचने के लिए इंसान हर मुमकिन कोशिश कर रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बिहार में एक ऐसा जिला भी है, जहां ठंड से बचाने के लिए भगवान को गर्म कपड़े पहनाने का रिवाज है। गया जिले सें सदियों से ठंड के दिनों में भगवान को गर्म कपड़े पहनाने की परंपरा चली आ रही है। ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए इस साल भी भगवान को गर्म कपड़े पहनाए गए हैं। सदियों से चली आ रही इस परंपरा को लोग शिद्दत से निभा रहे हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो गर्मी के दिनों में भगवान को चंदन का लेप भी लगाया जाता है। स्थानीय लोग इसे त्योहार की तरह मनाते हैं।
प्रसाद के तौर पर भगवान को पहनाते हैं गर्म कपड़े
रानीगंज बॉस बाजार (इमामगंज प्रखंड) के पास बुलबुल तालाब स्थित ठाकुरबाड़ी में भगवान को गर्म कपड़े पहना कर ठंड से बचाने की कोशिश की जा रही है। मंदिर के महंत महामंडलेश्वर रामरतन दास महात्यागी की मानें तो कई सालों से यह परंपरा चली आ रही है। इस पंरपरा के मुताबिक भगवान राम, लक्ष्मण, मां सीता और अन्य देवी देवताओं को गर्म कपड़े पहनाए जाते हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि भक्त को कोई परेशानी होती है तो भगवान उसकी मुश्किलों हल करते हैं। इसलिए ठंड के दिनों में भक्त प्रसाद के तौर पर भगवान को गर्म कपड़े पहनाते हैं।
सदियों से चली आ रही गर्म कपड़ा पहनाने की परंपरा
स्थानीय लोगों ने बताया की ठंड के मौसम में सर्दी से बचाने के लिए भगवान को गर्म कपड़े पहनाते हैं। वहीं गर्मी के दिनों में भगवान को चंदन का लेप लगाते हैं ताकि लोगों को गर्मी से निजात मिल सके। भक्त और भगवान के बीच की यह परंपरा हर साल निभाई जाती है। आपको बता दें कि बिहार में ठंड के प्रकोप ने पिछले 10 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। प्रदेश में 10 जनवरी तक ठंड का क़हर जारी रहेगा। तापमान में सुबह से लेकर रात तक गिरावट दर्ज की जाने की संभावना है। 5 से 6 डिग्री तापमान के साथ ही कनकनी बढ़ने की भी संभावना जताई जा रही है।