लंदन को वेस्ट मैनेजमेंट और सफाई पर इंदौर से सीखने की जरूरत- डिप्टी मेयर राजेश अग्रवाल
इंदौर
मध्य प्रदेश के इंदौर में 8-10 जनवरी को आयोजित हो रहे प्रवासी भारतीय सम्मेलन (Non Resident Summit) में मेहमानों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. लंदन के डिप्टी मेयर राजेश अग्रवाल (London Deputy Mayor Rajesh Aggarwal) भी इंदौर (Indore) पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन इस बार इंदौर शहर में हो रहा है, जो कि मेरी जन्मभूमि भी है और मैं यहीं पर पला बढ़ा हूं. प्रवासी भारतीय दिवस का कांसेप्ट पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihar Vajpayee) लाए थे. वो भी मध्यप्रदेश के थे.
ये पूरे मध्यप्रदेश और इंदौर के लिए बड़े गौरव का विषय है कि ये सम्मलेन इंदौर में हो रहा है, इसलिए मैं मेहमान के साथ कुछ हद तक मेजबान भी हूं. दुनियाभर में फैले भारतवंशी हर क्षेत्र में बड़े- बडे़ पदों पर रहकर अपना योगदान दे रहे हैं. उससे भारत की छवि मजबूत हो रही है और धीरे धीरे भारत की ग्लोबल इमेज बनती जा रही है.
राजेश अग्रवाल ने कहा कि आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है. ये पहली बार है कि भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने हैं और ये बड़ा मौका है कि भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री-ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर काफी समय से बातचीत चल रही है और इसे पूरा कर एक मजबूत फ्री ट्रेड एग्रीमेंट दोनों देशों के बीच साइन किया जाए, ताकि दोनों देश अपनी भरपूर संभावनाओं को हासिल कर सकें. ये कई क्षेत्रों में संभव है.
इंदौर को याद करते हुए उन्होने कहा कि इंदौर पहले से काफी बदल गया है. जब वे इंदौर से गए थे,तब इंदौर कुछ और ही था. इंदौर ने अपनी धरोहर को तो संभाला ही है. साथ ही इंदौर नए जमाने के साथ भी तेजी से आगे बढ़ रहा है. इंदौर को देखकर काफी खुशी होती है. मुझे लगता है कि जल्द ही इंदौर विश्वपटल पर अपनी अलग पहचान स्थापित करेगा.
लंदन का पब्लिक ट्रांसपोर्ट सबसे पुराना
राजेश ने कहा कि लंदन को भी इंदौर से बहुत चीजें सीखने की जरूरत है. सफाई के क्षेत्र इंदौर नंबर वन है. वेस्ट मैनेजमेंट, रिसाइकिलिंग, पर्यावरण को लेकर इंदौर में जो काम हो रहा है,वो काबिल-ए-तारीफ है. ये चीजें जरूर लंदन सीख सकता है. वहीं, इंदौर भी लंदन से ट्रैफिक मैनेजमेंट सीख सकता है. लंदन का पब्लिक ट्रांसपोर्ट काफी बड़ा औऱ दुनिया का सबसे पुराना मेट्रो नेटवर्क है. इंदौर में भी मेट्रो बन रही है. ऐसे कई काम हैं, जो हम एक दूसरे से सीख सकते हैं.