कंझावला कांड : अंजलि के परिजन सुल्तानपुरी थाने के बाहर धरने पर बैठे, FIR में धारा 302 जोड़ने की मांग
कंझावला
दिल्ली के कंझावला इलाके में कार से घसीटकर मारी गई 20 वर्षीय अंजलि सिंह के परिजन बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए आज एक बार फिर सड़क पर उतर आए हैं। मृतका के रिश्तेदार और कुछ अन्य लोग अंजलि के लिए न्याय की मांग को लेकर मंगलवार को दिल्ली के सुल्तानपुरी थाने के बाहर बैठ गए हैं।
मृतका के मामा ने बताया कि सुल्तानपुरी थाना के एसएचओ ने कहा है कि वह हमारी डीसीपी से बात करवाएंगे और इस मामले में दर्ज एफआईआर में धारा 302 (हत्या) जोड़ना उनके हाथ में नहीं बल्कि बड़े अफसरों के हाथ में है। परिजनों का कहना है कि अगर आरोपियों ने अपराध कबूल कर लिया है, तो पुलिस और क्या देखना चाहती है?
गौरतलब है कि, नए साल की देर रात को बलेनो कार सवार युवकों ने 20 वर्षीय एक युवती की स्कूटी को टक्कर मार दी थी। इसके बाद वह कार के नीचे फंस गई और कार सवार उसे करीब 12 किलोमीटर तक घसीटते ले गए थे। बाद में वह युवती कंझावला में एक सड़क पर वह निर्वस्त्र अवस्था में मृत पाई गई थी।
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज कर 7 लोगों पर गिरफ्तार किया था। इनमें से एक आरोपी कार चला रहे अमित के भाई अंकुश को जमानत मिल गई थी। मृतका अंजलि अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाली थी।