राष्ट्रीय जम्बूरी में गूंजा छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया, 4 स्पधार्ओं में मिला ए ग्रेड
रायपुर
राजस्थान के रोहट, पाली में आयोजित भारत स्काउट्स एवं गाइड्स की 18वीं राष्ट्रीय जम्बूरी में छत्तीसगढ़ के कॉन्टिजेंट ने हिस्सा लिया और चार प्रतियोगिताओं में ए ग्रेड प्राप्त किया। भारत स्काउट गाइड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा ने ठंड से बचाव के लिये प्रतिभागियों को 400 कम्बलों का वितरण करने के साथ उन्हें तिल के लड्डू ,गजक, मूंगफली भी भेंट किया। इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान पूरे जम्बूरी में छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया का नारा गूंजता रहा।
स्कूल शिक्षा मंत्री व भारत स्काउट्स एवं गाइड्स के अध्यक्ष डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम तथा राज्य मुख्य आयुक्त एवं संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चन्द्राकर के मार्गदर्शन तथा राज्य सचिव कैलाश सोनी की अगुवाई में छत्तीसगढ़ से 381 की संख्या वाला दल राष्ट्रीय जम्बूरी में सम्मिलित हुआ। इसमें 24 जिलों से लगभग तीन सौ स्काउट्स, गाइड्स सहित लीडर्स, राज्य मुख्यालय स्टॉफ, सर्विस रोवर्स, रेंजर्स शामिल थे। छत्तीसगढ़ कॉन्टिजेंट ने दो संयुक्त प्रतियोगिता राज्य प्रदर्शनी एवं एथनिक शो में ए ग्रेड प्राप्त किया। इन दोनों प्रतियोगिताओं में छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति को प्रदर्शित किया गया था। छत्तीसगढ़ की प्रदर्शनी पूरी जम्बूरी में आकर्षण का केन्द्र बनी हुई थी। लड़कियों की सुरक्षा से जुड़े साइंस प्रोजेक्ट के प्रति भी लोगों में रूचि देखी गई। इसी तरह स्काउट विंग ने मार्चपास्ट तथा गाइड विंग ने फिजिकल डिस्प्ले में ए ग्रेड प्राप्त किया।
संयुक्त प्रतियोगिताओं में ग्लोबल डेवलपमेंट विलेज, कलर पार्टी, पेजेंट शो, फूड प्लाजा, फोक डांस में बी ग्रेड मिला। स्काउट विंग की स्पर्धा कैम्प फायर व फिजिकल डिस्प्ले तथा गाइड विंग की स्पर्धा स्टेट गेट व रंगोली में बी ग्रेड हासिल हुआ। प्रतियोगिताओं के अलावा स्काउट्स, गाइड्स ने एडवेंचर, फन गेम्स, नाइट हाइक आदि गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी की। स्काउट विंग के कॉन्टिजेंट लीडर सीएल चन्द्राकर एवं गाइड विंग की कॉन्टिजेंट लीडर सीमा साहू थीं। शैलेन्द्र मिश्रा ने नेशनल स्टॉफ के तौर पर अपनी सेवाएं दी। 18वीं राष्ट्रीय जम्बूरी में भारत के स्काउटिंग के समस्त राज्यों सहित सात अन्य देशों से 37 हजार स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स, रेंजर्स ने भागीदारी की।
18वीं राष्ट्रीय जम्बूरी के चौथे दिवस आयोजित चलित झांकी प्रदर्शन में छत्तीसगढ़ स्टेट कॉन्टिजेंट की पारंपरिक परिधानों में दी गई प्रस्तुति ने दिल जीत लिया। झांकी का नेतृत्व सीमा साहू कर रही थीं। छत्तीसगढ़ महतारी के प्रतिरूप में लीना वर्मा राज्य की परछाई बनी हुईं थीं। पीछे छत्तीसगढ़ के अमर शहीद वीर नारायण सहित गुंडाधुर, साहित्यकार पंडित सुंदरलाल शर्मा के रूप में स्काउट्स तथा ट्राइबल मूवमेंट की याद दिलाते हिमधर साहू की अगुवाई में कबीला नृत्य लोगों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ था। माई की पालकी- बस्तर दशहरा- आंगा देव आदिवासी समाज की आस्था को प्रदर्शित कर रहे थे। छत्तीसगढ़ शासन की योजना नरवा- गरवा- घुरवा- बाड़ी का प्रदर्शन छत्तीसगढ़ की माटी से जुड़ाव को दर्शा रहा था। छत्तीसगढ़ का लोक पर्व भोजली और इसके पीछे राउत नाचा, पंथी, सुआ नृत्य राज्य की संस्कृति की झलक दिखला रहे थे। सरगुजा के विवाह की परंपरा और करमा नृत्य लोगों का मन मोहा।