संजू सैमसन की ऐसी किस्मत कि बैडलक भी शरमा जाए! कभी मौके की किल्लत तो कभी चोट की दिक्कत
नई दिल्ली
कहा जाता है कि किसी खिलाड़ी के लिए टैलेंटेड होने के साथ-साथ लकी होना भी जरूरी है ताकि करियर नई ऊंचाइयां छू सके। लेकिन जब किस्मत ही लगातार धोखा देती रहे तो प्रतिभा के साथ न्याय पूरी तरह मुमकिन नहीं। ऐसे ही एक अनलकी खिलाड़ी संजू सैमसन हैं, जिनकी किस्मत देखकर शायद बैडलक भी शरमा जाए। 28 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज सैमसन ने अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज 2015 में किया किया था लेकिन वह अब तक केवल 28 मैच ही खेल सके हैं। वह 11 वनडे और 17 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में मैदान पर उतरे।
'बदकिस्मती' का दूसरा नाम सैमसन
सैमसन को अगर 'बदकिस्मती' का दूसरा नाम कहा जाए तो गलत नहीं होगा। उनके करियर में कभी मौकों की किल्लत रही तो कभी चोट की दिकक्त। उन्हें कई बार टीम में चुना गया तो प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया। सैमसन को हाल ही में श्रीलंका टी20 सीरीज में मौका मिला। उन्हें पहले मैच में खेलने का अवसर मिला पर बल्ला नहीं चला। वह 6 गेंद में 5 रन ही बना सके। सैमसन के बड़ी पारी नहीं खेलने का फैंस को अफसोस हुआ पर उससे ज्यादा दुख फिल्डिंग के दौरान किस्मत के गच्चा देने पर हुआ। दरअसल, सैमसन मैच में गेंद पकड़ने के दौरान चोटिल हो गए और टी20 सीरीज से बाहर हो गए।
अब श्रीलंका सीरीज से हुए 'आउट'
भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 जनवरी से तीन वनडे और तीन टी20 मैचों की सीरीज खेलनी है मगर सैमसन फिर टीम से 'आउट' हो गए हैं। बताया जा रहा है कि सैमसन अभी चोट से पूरी तरह उबर नहीं पाए हैं, जिसकी वजह से उन्हें स्क्वॉड में शामिल नहीं किया गया। सैमसन अकेले दम पर मैच जिताने का माद्दा रखते हैं। उन्होंने कई मौकों पर खुद को साबित भी किया है लेकिन बैडलक पीछा नहीं छोड़ रहा। सैमसन के फैंस को उनके मार्च में टीम में लौटने की उम्मीद है, जब भारत और ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज में आमने-सामने होंगे। न्यूजीलैंड टी20 स्क्वॉड में ईशान किशन और जितेश शर्मा विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में रखे गए हैं जबकि वनडे स्क्वॉड में केएल राहुल और केएस भरत को इस जिम्मेदारी के लिए चुना गया है।