सियासत की तस्वीर: स्टेट हैंगर पर मिले शिवराज सिंह चौहान और दिग्विजय सिंह
भोपाल
जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव का पार्थिव शरीर शनिवार को दिल्ली से विशेष विमान से भोपाल पहुंचा। एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वी डी शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह सहित अन्य लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इसी बिच स्टेट हैंगर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और दिग्विजय सिंह ने एक दूसरे से मुलाकात की। स्टेट हेंगर पर शिवराज सिंह चौहान और दिग्विजय सिंह मिले जो तस्वीरे काफी चर्चा में है। दो सियासी दिग्गजों के बीच गुफ्तगू के कई मायने बताये जा रहे है।
शनिवार सुबह भोपाल एयरपोर्ट से आई यह तस्वीर तो कम से कम यही कहानी कहती है।
दरअसल, शनिवार सुबह समाजवादी नेता शरद यादव का पार्थिव शरीर दिल्ली से भोपाल आने वाला था। उन्हें श्रद्धांजलि देने कई लोग भोपाय एयरपोर्ट पहुंचे थे। इनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और दिग्विजय सिंह भी शामिल थे। दिल्ली से विमान आने में देर हुई तो दोनों वहीं लॉन में कुर्सी लगाकर बैठ गए। दोनों के बीच काफी देर तक बातचीत हुई। इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
जाहिर है, इस तस्वीर के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। जो शिवराज एक साल पहले दिग्विजय से मिलने तक को तैयार नहीं थे, वे उनसे अकेले में बातचीत कर रहे हों तो इसके सियासी संकेत तलाशना लाजिमी भी है। खासकर इसलिए भी कि प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। दूसरा कारण यह भी है कि बीते एक साल में जहां अपनी पार्टी में शिवराज की हालत थोड़ी डांवाडोल हुई है तो दूसरी ओर दिग्विजय और कमलनाथ के बीच दूरियों की खबरें जोर पकड़ रही हैं।
प्रदेश की राजनीति में यह चर्चा आम है कि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व मध्य प्रदेश में किसी नए चेहरे की तलाश में है। कहा जा रहा है कि अगले विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी की सरकार बनी तो सीएम पद से शिवराज की छुट्टी हो सकती है। यह भी चर्चा चल रही है कि विधानसभा चुनाव में गुजरात फॉर्म्युला लागू करने के बहाने आने वाले दिनों में प्रदेश कैबिनेट में बदलाव किया जा सकता है। चुनाव के दौरान 30 से 40 फीसदी विधायकों के टिकट भी काटे जा सकते हैं। इनमें कई ऐसे मंत्री और विधायक भी शामिल हो सकते हैं जो शिवराज के करीबियों में गिने जाते हैं। कोई खुलकर बोल नहीं रहा, लेकिन शिवराज और उनके समर्थक इससे असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
इधर, कांग्रेस में भी बड़े भाई-छोटे भाई के रूप में मशहूर कमलनाथ और दिग्विजय की जोड़ी में फूट की खबरें आ रही हैं। चुनाव से पहले कमलनाथ अपनी नई टीम का गठन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि इसमें कई पार्टी पदाधिकारियों को उनके पदों से हटाया जा सकता है। इसमें दिग्विजय-समर्थकों का पत्ता कट सकता है। विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के गोपनीय सर्वे के आधार पर दिग्विजय-समर्थक कुछ विधायकों के टिकट काटे जाने की चर्चाएं हैं। एक कारण यह भी है कि चुनाव नजदीक आने के साथ कमलनाथ प्रदेश सरकार पर लगातार हमलावर हैं। गाहे-बगाहे उनके निशाने पर शिवराज होते हैं।
भोपाल एयरपोर्ट की यह तस्वीर दो कमजोर हो रहे नेताओं का एक-दूसरे में सहारा ढूंढने की कहानी हो सकती है। देखने वाली बात यह है कि आने वाले दिनों में इसका सियासत में क्या असर दिखता है।