नेपाल प्लेन क्रैश के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताई आंखों देखी
काठमांडू
रविवार को दुनिया ने एक खतरनाक प्लेन क्रैश देखा। नेपाल के पोखरा में येती एयरलाइंस का क्रैश हुआ प्लेन कई लोगों को डराने वाली घटना है। इस प्लेन क्रैश की जांच शुरू कर दी गई है। एक पैनल की जांच में यह पता लगाने की कोशिश करेगा कि आखिरी क्षणों में ऐसा क्या हुआ जो प्लेन इतने भयानक हादसे का शिकार हो गया। लेकिन इस क्रैश को करीब से देखने वालों के लिए 15 जनवरी 2023 एक बुरे सपने में तब्दील हो गया है। इस क्रैश में 68 लोगों की मौत हो चुकी है। विमान के राख में बदलने के बाद अब उन चार लोगों की तलाश जारी है जिनके बारे में अब तक कुछ खबर नहीं मिल पाई है। अधिकारियों ने रविवार देर रात गायब लोगों की तलाश की थी। सोमवार को सर्च ऑपरेशन फिर से शुरू हुआ है।
आग की तेज लपटें और गहरा धुंआ
स्थानीय निवासी बिष्नु तिवारी क्रैश के बाद सेती नदी पर पहुंचने वाली पहले स्थानीय नागरिक थे। उन्होंने यहां पर सुरक्षाकर्मियों के साथ शवों को तलाशने में मदद की। उनका कहना था कि क्रैश के बाद प्लेन में लगी आग और गहरे धुंए की वजह से बचाव कार्य पर खासा असर पड़ा। उनके शब्दों में, 'लपटें इतनी तेज और गर्म थीं कि हम मलबे के करीब जा ही नहीं सके। मैंने मदद के लिए एक व्यक्ति को रोते हुए देखा लेकिन लपटें इतनी तेज थीं और धुंआ इतना गहरा था कि हम उनकी मदद नहीं कर पाए।' एक और स्थानीय नागरिक अरुण तामू ने बताया कि प्लेन का एक हिस्सा सेती नदी में गिर गया था। दूसरा हिस्सा नदी के करीब नाले में जा गिरा। एक और नागरिक खुम बहादुर छेत्री ने क्रैश होने से पहले प्लेन को कांपते, बांये और दांये घूमते हुए देखा। इसके बाद प्लेन तेजी से नीचे आया और गड्ढे में जा गिरा।
एयरपोर्ट से 1.6 किमी दूर क्रैश
ट्विटर पर आने वाली क्रैश की तस्वीरों और वीडियो से नजर आ रहा है कि दुर्घटनास्थल पर धुंआ उठ रहा है और आग लगी हुई है। जिस जगह पर क्रैश हुआ है वह जगह एयरपोर्ट से 1.6 किलोमीटर दूर है। एयरक्राफ्ट जैसे ही गिरा वह कई हिस्सों में बंट गया। दमकलकर्मियों को शव ले जाते हुए देखा जा सकता है। कुछ तो इतनी बुरी तरह से जल गए कि उन्हें पहचान पाना भी मुश्किल था। काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर जहां पर पीड़ितों के परिवार के सदस्य मौजूद थे, उनकी अधिकारियों के साथ बहस भी हुई। येती एयरलाइंस की तरफ से सोमवार को सभी फ्लाइट् कैंसिल कर दी गई हैं।
साफ मौसम में भी हादसा
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल क्रैश की खबर सुनते ही दुर्घटनास्थल के लिए रवाना हो गए थे। उन्होंने इस घटना को बेहद अफसोसजनक करार दिया है। उनका कहना था कि बचाव के लिए पूरी नेपाली सेना और पुलिस को तैनात कर दिया गया है। पोखरा एयरपोर्ट के प्रवक्ता की तरफ से बताया गया कि एयरपोर्ट की तरफ आते हुए ही प्लेन क्रैश हो गया। प्लेन 12,000 फीट पर था और सामान्य दूरी पर उड़ रहा था। रविवार को मौसम भी साफ था।
15 साल पुराना एयरक्राफ्ट
प्लेन की तरफ से पोखरा एयरपोर्ट से 10 बजकर 50 मिनट पर संपर्क किया था। देश की सिविल एविएशन अथॉरिटी की तरफ से बताया गया है कि संपर्क करने के बाद ही यह क्रैश हो गया। फ्लाइटरडार 24 की तरफ से बताया गया है कि येती एयरलाइंस का क्रैश हुआ एयरक्राफ्ट करीब 15 साल पुराना था। साथ ही इसमें पुराने ट्रांसपोंडर लगे थे जिनका डाटा भरोसेमंद नहीं था। वेबसाइट की तरफ से कहा या है कि ट्रांसपोडर की तरफ से आखिरी बार डाटा 10 बजकर 42 मिनट पर रिसीव किया गया था। उस समय यह समंदर से 2875 फीट की ऊंचाई पर था।