भारत डिजिटलाइजेशन प्रक्रिया का नेतृत्व कर रहा है, इसे बढ़ाने की जरुरत है: गेहलेन
भोपाल
कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर भोपाल में जी-20 के थिंक-20दो दिनी कार्यक्रम आज सम्पन्न। राज्यपाल मंगूभाई पटेल को इस दो दिवसीय समागम का समापन करना था लेकिन उनके नवसारी गुजरात में स्थानीय कार्यक्रमों में व्यस्त होने के कारण वे समापन सत्र में शामिल नहीं हो पाए। प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस इस दो दिवसीय आयोजन का समापन करेगे। जी 20 के थिंक -20 के दूसरे दिन जर्मन डेवलपमेंट कारपोरेशन के हेड उवे गेहलेन ने कहा कि त्रिपक्षीय प्रणाली में मौजूदा नेटवर्क का उपयोग करना महत्वपूर्ण है। भारत डिजिटलाइजेशन प्रक्रिया का नेतृत्व कर रहा है और इसे बढ़ाने की जरुरत है। हम भारत के साथ इस त्रिपक्षीय सहयोग की में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि राष्टÑीय और स्थानीय समुदायों के अनुभवों का त्रिपक्षीय प्रणाली मेें करना जरुरी है। इंटरनेशनल एक्सचेंज एंड कार्पोरेशन इंस्टीटयूट आईपीईए ब्राजील की आंद्रे डी मेलो ई सूजा ने कहा कि स्थानीय संदर्भ महत्वपूर्ण है। निर्णय लेने की प्रक्रिया में स्थानी जनप्रतिनिधियों और छोटे व्यवसायों से जुड़े लोगों सहित सभी हितधारकों को शामिल करना अनिवार्य है। इनकी जवाबदेही भी तय करना चाहिए। एमपीआईडीएसए की सीनियर रिसर्च एसोसिएट रुचिता बेरी ने कहा कि त्रिकोणीय सहकारिता से स्थानीय और वैश्विक परिदृश्य को बदला जा सकता है। भारत इसमें सबसे आगे रहा है। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा और सुरक्षित रुप से पानी की पहुंच को बढ़ावा दिए जाने पर ध्यान देने की जरुरत है।
लोकलाइजेशन आफ एसडीजी पर मंथन
आज दूसरे दिन रोल आफ ट्राईएंगुलर कॉ-आपरेशन इन लोकलाइजेशन आॅफ एसडीजी विषय पर मंथन हुआ। प्लेनरी सेशन के बाद ग्लोबल साउथ एण्ड ग्लोबल गवर्नेंस फॉर लाइफ पर राउण्ड टेबल मीटिंग भी हुई जिसमें पर्यावरण संरक्षण पर चर्चा हुई। दो दिनी बैठक में पर्यावरण सम्मत जीवन शैली, नैतिक मूल्य तथा सुमंगलमय युक्त वैश्विक सुशासन पर देश-विदेश से आए मंत्री और विषय-विशेषज्ञों द्वारा विचार-मंथन किया गया है।
ये हुई अनुशंसा
जी 20 के आयोजन में मंथन के बाद इसमें शामिल हुए विशेषज्ञों ने जी-20 को स्थानीय क्षमताओं के आधार पर घरेलु संसाधनों का लाभ उठाने और इस एजेंडा को मुख्य धारा में लाने की अनुशंसा की है। जी-20 के भीतर सक्रिय सहभागिता की जरूरत भी बताई गई।