‘गांधी-गोड़से एक युद्ध’ पर सियासत तेज, Mla पीसी शर्मा ने मूवी पर रोक लगाने की मांग
भोपाल
फिल्मों पर सियासत का दौर एक बार फिर तूल पकड़ चुका है। पठान के बाद अब राजकुमार संतोषी की आगामी फिल्म 'गांधी-गोड़से एक युद्ध' विवादों में घिरती नजर आ रही है। सोमवार को भोपाल साउथ वेस्ट विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने फिल्म के विरोध का आगाज कर दिया है। पीसी शर्मा ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। कांग्रेस विधायक ने कहा है महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे के बीच कोई तुलना नहीं हो सकती है। गांधी राष्ट्रपिता हैं। कोई फिल्म या फिल्म निर्माता उनकी तुलना नाथूराम गोडसे से कैसे कर सकता है? सेंसर बोर्ड ने ऐसी फिल्म को कैसे पास कर दिया? अगर बीजेपी-आरएसएस-हिंदू महासभा के विचारों को इस देश के लोगों पर थोपा जा रहा है तो सेंसर बोर्ड होने का क्या फायदा?”
डबल स्टैंडर्ड अपना रहे PM मोदी: कांग्रेस विधायक
भाजपा,आरएसएस और केंद्र सरकार समेत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सियासी हमला करते हुए उन्होंने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दावा है कि महात्मा गांधी इस देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करते रहेंगे और दूसरी ओर 'गांधी गोडसे' जैसी फिल्म की अनुमति है, जिसमें गोडसे अपनी विचारधारा को मान्य करते हुए दिखाई दे रहे हैं। टीजर में गोडसे बंटवारे और आजादी के बाद हुए दंगों में हिंदुओं की मौत के लिए महात्मा गांधी को जिम्मेदार ठहराते नजर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री और भाजपा दोहरा चरित्र अपना रही है। फिल्म के जरिए हिन्दू संगठन अपने विचारों को थोप रहे हैं और सेंसर बोर्ड चुप्पी साधकर बैठा है।
सड़कों पर उतरेगी कांग्रेस
कांग्रेस विधायक ने कहा है कि फिल्म में इतिहास के तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है जो वास्तविक घटनाओं के आस-पास भी नहीं है। हम नाथूराम गोडसे को स्वतंत्र भारत के पहले आतंकवादी के रूप में जानते हैं। कांग्रेस पार्टी इस तरह की फिल्म के प्रदर्शन पर कड़ी आपत्ति जताती है। प्रदेश कांग्रेस ने कहा है कि अगर फिल्म मप्र में रिलीज हुई तो वह सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करेगी।
26 जनवरी को आएगी फिल्म
राजकुमार संतोषी के निर्देशन में बनी 'गांधी गोड़से एक युद्ध' फिल्म 26 जनवरी को सिनेमा घरों में लगेगी। इससे पहले 11 जनवरी को फिल्म का पहला टीजर रिलीज किया गया था। आरोप है कि टीजर में गांधी और उनके हत्यारे गोडसे को एक ही स्तर पर दिखाया गया था और उनकी विचारधारा को सही ठहराया गया था। हालांकि यह फिल्म कल्पना पर आधारित है क्योंकि इसमें दिखाया गया है कि गोड़से की गोली से गांधी की मौत नहीं हुई है और वो जेल में गोडसे से मिलने गए हैं। फिल्म के टीजर लांच के बाद सियासी पारा हाई है। ट्विटर से लेकर सियासी संग्राम छिड़ने का आगाज हो गया है। एक महीने के अंदर पहले भगवा बिकनी और अब गांधी गोड़से फिल्म पर विवादों के बदल घिर रहे हैं।