प्रदेश में शीतलहर के साथ मौसम विभाग का पाले का भी अलर्ट, 3 दिन बाद मौसम में बड़ा उलटफेर
भोपाल
प्रदेश में शीतलहर से कुछ दिन तक लोगों को राहत मिली थी जो अब खत्म होने वाली है। मौसम विभाग के मुताबिक, सूबे में एक बार फिर अगले 24 घंटों के दौरान एक दर्जन से अधिक स्थानों पर शीतलहर चलने के आसार हैं। भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने बताया कि अगले 24 घंटों के दौरान राज्य के चंबंल संभाग में आने वाले जिलों के अलावा उमरिया, रतलाम, राजगढ़, रीवा, सतना, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, ग्वालियर और दतिया जिले में कहीं-कहीं शीतलहर चल सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि सूबे में दो से तीन दिन तक कड़ाके की ठंड पड़ेगी।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि सूबे के चंबंल संभाग के जिलों के साथ ही छतरपुर, ग्वालियर और दतिया जिले में कहीं-कहीं पाला पड़ सकता है। राज्य में दो से तीन दिन तक मौसम शुष्क बना रहेगा। सूबे में जनवरी के दूसरे हफ्ते में शीतलहर से कांपते मध्य प्रदेश के लगभग 20 शहरों में बीते 24 घंटे में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हुआ है। इस दौरान सूबे के 20 शहरों दमोह, जबलपुर, खजुराहो, नौगांव, रीवा, सागर, सतना, सीधी, उमरिया, भोपाल, धार, गुना, ग्वालियर, इंदौर, पचमढ़ी, रायसेन, राजगढ़, रतलाम और उज्जैन में 10 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान दर्ज हुआ।
प्रदेश में सबसे ठंडा दो डिग्री सेल्सयिस पारे के साथ नौगांव रहा। बीते 23 घंटों के दौरान छतरपुर में हल्का कोहरा देखा गया। सूबे के दतिया, धार और इंदौर जिले में कोल्ड डे का प्रभाव रहा। वहीं राजगढ, रतलाम, रीवा, सागर और ग्वालियर में शीतलहर का प्रभाव रहा। राजगढ़, रीवा, दतिया, छतरपुर, ग्वालियर जिले में पाला पड़ा। मौसम विभाग का कहना है कि एक दिन बाद एक नया विक्षोभ उभर रहा है। यह पश्चिमी विक्षोभ 18 जनवरी से पश्चिमी हिमालय तक पहुंचेगा। इससे राजस्थान के ऊपर एक चक्रवाती घेरा बनेगा। इसके प्रभाव से आने वाले दिनों में राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में बूंदाबांदी हो सकती है।
मौजूदा वक्त में पश्चिम मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में शीतलहर का प्रकोप देखा जा रहा है। राजधानी भोपाल में पारा सात डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भोपाल में लगातार दूसरी रात इतनी सर्द दर्ज हुई। सुबह कड़कड़ाती सर्दी के कारण स्कूली बच्चों को खासी परेशानी का सामना उठाना पड़ा। सुबह लगभग आठ बजे तक सड़कों पर ज्यादातर सन्नाटा पसरा रहा। मौसम विभाग ने अभी दो से तीन दिन तक मौसम ऐसा ही रहने का पूर्वानुमान जताया है। वहीं स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान राजस्थान के कुछ हिस्सों में भीषण शीतलहर चलने का पूर्वानुमान है।