धान चोरी मामले में जांच अधिकारियों का यू टर्न, गोग्रीन कंपनी से होगी रिकवरी
कटनी
जिले के मझगवां और रीठी ओपन कैब में धान के रखरखाव को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है. इसकी जांच करने मध्य प्रदेश वेयर हाउस कंपनी के जनरल मैनेजर ओपी कुशवाह ने बताया कि, कंपनी से धान की राशि वसूली जाएगी.
जिले में बने कई ओपन कैब से बड़ी मात्रा में धान गायब हो गई. गायब हुई धान की जांच मध्य प्रदेश वेयर हाउस कॉरपोरेशन भोपाल की टीम कर रही है, जो जिले के सभी ओपन कैब पहुंच कर जांच किया और आज अपनी रिपोर्ट लेक्टर को सौंप दी. गायब हुई धान की कीमत करोड़ों रुपये से ज्यादा आंकी जा रही है. जांच टीम ने धान रखने वाली कंपनी की लापरवाही बताई है.
गार्डों ने छोड़ दिया था काम: ओपन कैब में 2020-21 की धान रखी गई थी. धान की सुरक्षा की जिम्मेदारी गोग्रीन कंपनी की थी. सुरक्षा के लिए तैनात किए गए गार्ड कुछ दिन बाद ही ओपन कैप से काम छोड़कर चले गए. बताया जाता है कि, गोग्रीन कंपनी द्वारा गार्डों की सैलरी नहीं दी जा रही थी. इस वजह से गार्डों ने काम छोड़ दिया था. इसके बाद लगातार धान ओपन कैप से कम होना शुरू हो गई. और अब ओपन कैप में सिर्फ ओपन दिख रहा है.
36 हजार बोरी धान ओपन कैप से चोरी: धान की संरक्षा और सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रही गोग्रीन कंपनी ने कहा था कि, 36 हजार बोरी धान ओपन कैप से चोरी हो गई है. इस मामले में पुलिस से कार्रवाई की मांग की गई थी. करोड़ों रुपये की चोरी का मामला सामने आने के बाद प्रशासन और विभाग में हड़कंप मच गया था.
गोग्रीन कंपनी से होगी रिकवरी: आनन-फानन में भोपाल से जीएम सहित अन्य अधिकारियों की टीम पहुंची थी. 9 जनवरी को मामले की जांच की गई. इसके बाद पड़ी हुई धान की पैकिंग कराने के आदेश दिए गए. जांच के लिए भोपाल से ओपी कुशवाहा जी एम सहित अन्य अधिकारी पहुंचे तो उन्होंने कहा कि, धान चोरी नहीं हुई बल्कि खराब हुई है. 6 करोड़ रुपये से अधिक की रिकवरी गोग्रीन कंपनी से की जाएगी.