जय जवान-जय किसान और जय विज्ञान के नारे के साथ रन फॉर साइंस मैराथन में दौड़े प्रतिभागी
विज्ञान महोत्सव के प्रमोशन के लिये हुई मैराथन, 1500 से अधिक प्रतिभागी हुए शामिल
भोपाल
विज्ञान के प्रचार-प्रसार के लिये जोश, जुनून और उत्साह का माहौल गुरुवार सुबह टीटी नगर स्टेडियम में देखने को मिला। मौका था रन फॉर साइंस मैराथन का। मैराथन का उद्देश्य 8वें भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव से लोगों को जोड़ना था।
शहर के विभिन्न स्कूल एवं कॉलेजों के 1500 से अधिक छात्र-छात्राएँ शामिल हुए। लगभग साढ़े तीन किलोमीटर की इस मैराथन का फ्लैग ऑफ प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी निकुंज श्रीवास्तव ने टीटी नगर स्टेडियम से किया। मैराथन माता मंदिर, टीटी नगर स्टेडियम से होते हुए मेनिट कैंपस स्थित एनआरसी भवन पर पूर्ण हुई। इस दौरान प्रतिभागियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। इस अवसर पर विज्ञान भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रवीण रामदास, समाजसेवी हेमंत मुक्तिबोध, इन्सा के कार्यकारी निदेशक अरविंद रनाडे, कार्यकारी निदेशक आरसीबी फरीदाबाद सुधांशु व्रती, मेपकास्ट के महानिदेशक डॉ. अनिल कोठारी और मेनिट के एक्टिंग निदेशक जी. दीक्षित मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
नारे लगाकर विज्ञान को किया प्रमोट
मैराथन में हिस्सा लेने पहुँचे प्रतिभागियों का उत्साह देखते ही बनता था। कड़ाके की ठंडी हवा होने के बावजूद भी हर उम्र के लोग मैराथन में हिस्सा लेने पहुँचे। इस दौरान प्रतिभागी विज्ञान की प्रगति, जीवन में इसके लाभ और विज्ञान के प्रचार-प्रसार से जुड़े बैनर और फ्लैग अपने हाथ में लिये हुए थे। बैनर पर विज्ञान मानवता के लिये सुंदर उपहार हैं, हमें इसे विकृत नहीं करना चाहिये। द साइंस ऑफ टुडे इज – द टेक्नोलॉजी ऑफ टूमारो। विकास की बात विज्ञान के साथ कुछ हम करे, कुछ आप। जन-जन को विज्ञान समझाना अंधविश्वास एवं कुरीति हटाना… जैसे स्लोगन लिखे हुए थे। साथ ही प्रतिभागियों ने जय जवान-जय किसान, जय विज्ञान के नारे भी लगाये।
विज्ञान से बनाया जीवन को आसान
इन्सा के कार्यकारी निदेशक अरविंद रनाडे ने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने हमारे जीवन को आसान बनाया है। आवश्यक है कि हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल सही दिशा में करें। विज्ञान महोत्सव का संदेश मध्यप्रदेश के भोपाल से देश के कोने-कोने तक पहुँचाने में जनसमुदाय की सहभागिता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा विज्ञान महोत्सव जैसे सफल आयोजनों से ही भारत विश्व में एक नॉलेज सेंटर के रूप में स्थापित हो सकेगा। कार्यक्रम में उपस्थित विज्ञान भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रवीण रामदास ने कहा कि रन फॉर साइंस मैराथन में शामिल सैकड़ों प्रतिभागियों की उत्सुकता इस बात का परिणाम है कि मध्यप्रदेश में विज्ञान महोत्सव ऐतिहासिक सफलता के शिखर को छुएगा।
अधिक से अधिक छात्र हो लाभान्वित
प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी निकुंज श्रीवास्तव ने कहा कि आठवें विज्ञान महोत्सव का आयोजन मध्यप्रदेश और भोपाल में होना प्रसन्नता का विषय है। उन्होंने कहा कि आशा है कि यह आयोजन बच्चों के भविष्य को विज्ञान की दिशा में एक नई ऊँचाईयाँ देने में सफल होगा। इस आयोजन को लेकर शहर में सकारात्मक वातावरण है। इससे अधिक से अधिक स्कूली और कॉलेज स्टूडेंट्स को जुड़ना चाहिए। महानिदेशक मेपकास्ट डॉ. अनिल कोठारी ने कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव से जुड़ी समस्त जिम्मेदारियों का दायित्व सफलतापूर्वक निर्वहन कर लिया गया है।